पुणे : मध्य रेल (Central Railway) ने सभी जोनल रेलवे (Zonal Railways) को पीछे छोड़ते हुए लगातार पार्सल राजस्व में नंबर एक स्थान बरकरार रखा है। अक्टूबर-2021 माह में मध्य रेल का पार्सल आय 30.46 करोड़ रुपये और अप्रैल-अक्टूबर 2021 (April-October 2021) के दौरान पार्सल आय (Parcel Income) 174.40 करोड़ रुपये (Rs.174.40 Crore)रही है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 54.57 करोड़ रुपये के राजस्व से 220 फीसदी अधिक है। अप्रैल से अक्टूबर-2021 के दौरान 4.01 लाख टन परिवहन किया गया है।
पार्सल यातायात में वृद्धि मुख्य रूप से किसान रेल के सफल परिचालन के फलस्वरुप है जो इस क्षेत्र से देश के दूर-दराज के बाजारों में पेरिशेबल यातायात को ले जाती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 (अप्रैल से अक्टूबर) में किसान रेल ने 1.80 लाख टन परिवहन कर विभिन्न गंतव्यों की 497 ट्रिप्स की हैं और 69.22 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। किसान रेल की शुरुआत के बाद से, किसान रेल के 724 ट्रिप्स चलाए गए हैं, 2.51 लाख टन परिवहन करके 98.18 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है।
मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि रेलवे द्वारा पार्सल परिवहन ग्राहकों के लिए सबसे सुरक्षित, तेज और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है। उन्होंने कहा कि मध्य रेल के अपने सभी मंडलों में व्यवसाय विकास इकाइयां स्थापित करने के प्रयासों से व्यापारियों, ट्रेडर्स और डीलरों को अपने माल को जल्दी से पहुंचाने में आसानी हुई है। समयबद्ध और मांग आधारित किसान रेल के अलावा पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेन भी सफलतापूर्वक चल रही है।
सोलापुर मंडल में सांगोला किसान रेल का हब बन गया है
पार्सल में मंडलों का प्रदर्शन भी बहुत उत्साहजनक रहा है। मुंबई मंडल 65.86 करोड़, रुपये उत्पन्न करके पार्सल आय में अग्रणी है। इसके बाद भुसावल मंडल ने रु. 53.30 करोड़, सोलापुर मंडल ने पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 4.59 करोड़ रुपये के मुकाबले 29.68 करोड़ रुपये के आय के साथ 547 फीसदी की प्रतिशत वृद्धि हासिल करके वृद्धिशील यातायात का मार्ग प्रशस्त किया है। सोलापुर मंडल में सांगोला किसान रेल का हब बन गया है।