कसबा और चिंचवड उपचुनाव निर्विरोध होने के आसार खत्म!, अजीत पवार ने दिए स्पष्ट संकेत

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    पिंपरी: सत्ताधारी बीजेपी की पुणे में कसबा और पिंपरी-चिंचवड में चिंचवड विधानसभा के उपचुनाव (By-Elections) निर्विरोध (Unopposed) कराने की कोशिश नाकाम रहने की तस्वीर नजर आ रही है। मंगलवार को मुंबई में मीडिया से की गई बातचीत में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार (Ajit Pawar) ने कोल्हापुर, पंढरपुर, नांदेड उपचुनावों का हवाला देकर चिंचवड और कसबा के उपचुनाव लड़ने की भूमिका स्पष्ट की है। चिंचवड की सीट के लिए आठ से नौ लोग इच्छुक रहने और उनके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और महाविकास आघाडी से उम्मीदवारी मांगी है। सभी से आमने सामने चर्चा कर अंतिम फैसला करने की बात उन्होंने कही है। 

    नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में अंधेरी की तरह बीजेपी द्वारा कसबा और चिंचवड उपचुनाव निर्विरोध कराने का अनुरोध किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हम चुनाव लड़ने पर अडिग हैं। जब कोल्हापुर, पंढरपुर, नांदेड़ में उपचुनाव हुए तो अकेले अंधेरी का उदाहरण देना कितना उचित है? सभी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है। हालांकि, हम उस दृष्टिकोण (निर्विरोध) से बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं। जल्द राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायकों की बैठक होगी इस पर पुणे जिले के विधायकों से चर्चा की जाएगी।

    वरिष्ठ नेताओं से करुंगा चर्चा

    महाविकास अघाड़ी की बैठक में कांग्रेस के कोई नेता आए थे, यह सच है। हालांकि, एनसीपी और उद्धव ठाकरे के बीच शुरुआती बातचीत हो चुकी है। गुरुवार, शुक्रवार को पुणे दौरे में चिंचवड उपचुनाव के सिलसिले में अब तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और महाविकास आघाडी से उम्मीदवारी मांगने वाले सभी उम्मीदवारों से आमने-सामने बात करूंगा। फिर मुझे क्या लगता है फिर बताऊंगा। उन्होंने कहा कि वह इस पर कांग्रेस और शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और हमारे वरिष्ठों से चर्चा कर अगला फैसला लेंगे।

     कसबा की सीट पर शायद कांग्रेस कर रही तैयारी

    इसी प्रकार से कसबा पेठ निर्वाचन क्षेत्र के संबंध में भी यही किया जाएगा। कांग्रेस वहां तैयारी कर रही है। 2019 में सीट बंटवारे में कसबा की सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई थी। इसलिए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी होगी। अजीत पवार ने यह भी कहा कि पुणे जाने के बाद वे मेरे सहयोगियों के साथ कांग्रेस के पदाधिकारियों से बात करेंगे, अगर वे तैयार हों तो।