Policeman hit couple with vehicle, case registered

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    पिंपरी: शिवसेना (Shiv Sena) की नगरसेविका अश्विनी चिंचवडे (Corporator Ashwini Chinchwade) और हालिया भाजपा (BJP) में शामिल हुए उनके पति गजानन चिंचवडे के साथ 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी (Cheating) का मामला दर्ज (Case File) किया गया है। उनके साथ उन्हें इस धोखाधड़ी से जुड़े सरकारी काम में मदद करनेवाले अधिकारी और कर्मचारियों को भी इस मामले में आरोपी तय किया गया है। अश्विनी चिंचवड़े दो बार पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका में नगरसेविका चुनी गई हैं। उनके पति गजानन चिंचवड़े शिक्षा मंडल के सदस्य रह चुके हैं। वे शिवसेना के जिलाप्रमुख भी थे। कुछ माह पहले ही उन्होंने शिवसेना त्यागकर भाजपा में प्रवेश किया है।

    मामला दर्ज किए गए आरोपियों में स्व। बबनराव कृष्णाजी चिंचवडे, स्व। पोपटराव कृष्णाजी चिंचवडे, कृष्णाबाई जयवंत काटे, संबन्धित जमीन के हालिया लाभार्थी सोमनाथ बबन चिंचवडे, संतोष बबन चिंचवडे, उमा दिलीप शिवले, सीमा गोविंद जाधव, हेमा शिवाजी चौधरी, गजानन पोपटराव चिंचवडे, अश्विनी गजानन चिंचवडे के साथ ही उन्हें इस धोखाधड़ी में सरकारी काम में मदद करनेवाले संबंधित सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों का समावेश है। उनके खिलाफ शकुंतला बालू चिंचवडे (71) ने चिंचवड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। यह पूरा घटनाक्रम सन 1971 से सन 2018 के बीच चिंचवड़ वाल्हेकरवाडी रोड का है।

    चिंचवड पुलिस कर रही मामले की जांच

    पुलिस के अनुसार, बबनराव चिंचवड़े की सास कृष्णाबाई काटे और वादी के ससुर कृष्णाजी चिंचवड़े ने 1971 में एक अवैध खरीद समझौता किया था। इस बीच, वादी शकुंतला चिंचवड़े के हिरण पोपटराव चिंचवड़े और बबनराव चिंचवड़े ने वादी और वादी के बच्चों के उनकी जमीन पर कानूनी अधिकारों का उल्लंघन करने और अपने स्वयं के वित्तीय लाभ के लिए वादी को कोई जानकारी प्रदान नहीं की। 1971 में की गई अवैध खरीद को 1993 में सरकारी अधिकारियों की मदद से दर्ज किया गया था। इसमें वादी को धोखा दिया गया। उनकी शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि उत्तराधिकारियों को भी सरकारी झोली में झूठी सूचना दी गई और उन्हें आवंटित 36 गुंठा भूमि वादी के परिवारों को नहीं दी गई। इस बारे में मामला दर्ज करने के बाद चिंचवड पुलिस छानबीन में जुट गई है।