Pimpri-Chinchwad Congress Protest

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पिंपरी: सूरत में अदालत के फैसले के आधार पर मोदी सरकार द्वारा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का सांसद पद रद्द कर दिया गया है। इसके विरोध में पिंपरी-चिंचवड शहर कांग्रेस (Pimpri-Chinchwad City Congress) की ओर से शहर अध्यक्ष डॉ. कैलाश कदम (Dr. Kailash Kadam) के नेतृत्व में चिंचवड थेरमैक्स चौक पर सत्याग्रह आंदोलन किया गया। इस दौरान ‘पहले लड़े थे गोरों, अब लड़ेंगे चोरों से’ जैसे नारों के साथ केंद्र सरकार (Central Government) का विरोध किया गया।

कांग्रेस नेता सांसद राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूंजीपति गौतम अडानी के रिश्तों को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया था। साथ ही अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश कहां से आया? पूछा था। 

संसद में सांसदों की आवाज को दबाने की कोशिश क्यों कर रही केंद्र सरकार

पिंपरी-चिंचवड के कांग्रेस शहर अध्यक्ष डॉ. कैलाश कदम ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इसका जवाब देने के बजाय तानाशाही तरीके से बीजेपी सरकार ने राहुल गांधी की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए चालाकी भरी योजना बनाई। नागरिक अब सड़कों पर उतर रहे हैं और सत्याग्रह का समर्थन कर रहे हैं। केंद्र सरकार सभी आम नागरिकों के लिए पूछे गए सवालों का जवाब देने के बजाय संसद में सांसदों की आवाज को दबाने की कोशिश क्यों कर रही है? 

आंदोलन में ये रहे शामिल

इस आंदोलन में पूर्व महापौर कविचंद भाट, पूर्व नगरसेवक विश्वास गजरमल, वरिष्ठ नेता गौतम अरकडे, अभिमन्यू दहितुले, महिला शहर अध्यक्ष सायली नढे, पिंपरी ब्लॉक अध्यक्ष विश्वनाथ जगताप, चिंचवड ब्लॉक अध्यक्ष माऊली मलशेट्टी, भोसरी ब्लॉक अध्यक्ष विठ्ठल शिंदे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र बनसोडे, युवक अध्यक्ष कौस्तुभ नवले, पिछडेर्गीय सेल के शहराध्यक्ष विजय ओव्हाल, भाऊसाहेब मुगुटमल, डॉ. मनीषा गरुड, छायावती देसले, भारती घाग, सुनीता जाधव, सुवर्णा कदम, शीतल सिकंदर, बाबा बनसोडे, मिलिंद फडतरे, जेवियर एंथोनी, निखिल भोईर, आण्णा कसबे, गौतम ओव्हाल, सुनिल राउत, अमर नाणेकर, लक्ष्मण रुपनर, अबुबकर लांडगे, भास्कर वानखेडे, हरिष डोलस, हीरा जाधव, दहर मुजावर, फिरोज तांबोली, किरण नढे, दिपक भंडारी आदि शामिल हुए।