तहसीलदार और पुलिस अधिकारी बताकर मांगा एक  करोड़ की फिरौती

    Loading

    पिंपरी. खुद को तहसीलदार (Tehsildar) और पुलिस बताकर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने का मामला पिंपरी चिंचवड़ में सामने आया है। रावेत के एक होटल में दो दिन पहले यह घटना घटी है। इस बारे में उद्यमी (Entrepreneur) अतिश मोहन भालसिंग (32) ने सीधे पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। उन्होंने पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश को एक शिकायत अर्जी दी है। 

    भालसिंग ने इस शिकायत अर्जी में कहा है कि, उन्होंने पेठ शहापूर में गट क्रमांक 186 का प्लाट मेहता और कालेकर से खरीदा है। उनकी अनुमति के लिए कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया गया है। 30 सितंबर को कालेकर के बेटे एडवोकेट सुशांत कालेकर रावेत के एक होटल में भालसिंग से मिलने पहुंचे थे। उनकी बातचीत चल ही रही थी कि लेन-देन का एजेंट रमेश दिघे कुछ और लोगों के साथ वहां आया।

    कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता

    उनमें से एक ने अपना नाम उत्तम वामन पवार बताकर खुद को तहसीलदार बताया। यही नहीं नायब तहसीलदार का आईकार्ड भी दिखाया। जबकि पुलिस की यूनिफॉर्म में दूसरे व्यक्ति ने खुद को पुणे के फरासखाना थाने में तैनात अधिकारी बताकर भालसिंह से बदसलूकी की। तुम लोगों के सौदे के बारे में मैं कुछ नहीं जानता मुझे अलग से एक करोड़ रुपए चाहिए। मेरी सभी जगह जान पहचान है, कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अगर पैसे नहीं दिये तो अपनी जान से हाथ धो बैठोगे, इन शब्दों में उन्होंने भालसिंह को धमकाया। वहीं भालसिंह ने अपने साथ हुए धोखाधड़ी के मामले को पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश को  अर्जी दी है।