Seventh Pay Commission implemented for teachers, Municipal Commissioner approved

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    पुणे : जी 20 परिषद (G 20 Council) की पृष्ठभूमि में शहर की सड़कों (Roads) की मरम्मत के लिए प्राथमिकताएं तय की गई है। शहर में आनेवाली सड़कों की मरम्मत की जाएगी। साथ ही सड़कों की खुदाई के बाद सड़कों की मरम्मत में लापरवाही और देरी से बचने के लिए सड़कों की खुदाई की अनुमति का डिजिटलीकरण (Digitization) किया जाएगा, ऐसी जानकारी पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) के अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकने ने बताया। 

    शहर की प्रमुख सड़कों की मरम्मत और निर्माण को लेकर सोमवार को महानगरपालिका के सभी विभागों के प्रमुख अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में किन सड़कों की मरम्मत, खुदाई की अनुमति और फिर सड़कों को पूर्ववत करने के लिए प्राथमिकता दी जाए, इस पर चर्चा की गई। इस बारे में अतिरिक्त आयुक्त ढाकने ने बताया की, क्षेत्रिय कार्यालय 10 से 15 मीटर तक खुदाई की अनुमति देता है। उस दूरी से अधिक की खुदाई की अनुमति सड़क विभाग प्रमुख अतिरिक्त आयुक्त के अनुमोदन के बाद देते है। इस अनुमति प्रक्रिया को ऑनलाइन डिजिटाइज करने का निर्णय लिया गया, ऐसा ढाकने ने बताया। 

    सड़कों की रिपोर्ट ऑनलाइन भेजी जाएगी

    इससे शहर में कितने स्थलों को खोदने की अनुमति दी गई है। वहां की सड़कों की मरम्मत हुई है या नहीं? इसकी जानकारी मिलना आसान होगा। इस जांच की जिम्मेदारी संबंधित कनिष्ठ और वरिष्ठ अभियंता को दी जाएगी। वर्तमान में सड़क की मरम्मत हुई है या नहीं इसकी कोई रिपोर्ट नहीं भेजी जाती। वो रिपोर्ट ऑनलाइन मोड के माध्यम से उपलब्ध होगी। साथ ही संबंधित सड़कों के निर्माण से पूर्व विभिन्न सर्विस चैनल बिछाने के लिए खुदाई की व्यवस्था की जाएगी, जिसके बाद सड़क का कार्य किया जाएगा। इससे सड़क की मरम्मत में खर्च नहीं होगा और बार-बार सड़क खोदनी नहीं पड़ेगी, ऐसा अतिरिक्त आयुक्त ढाकने ने बताया। 

    शहर में आनेवाली सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता

    सड़कों की मरम्मत के लिए 193 करोड़ रुपये का व्यय अपेक्षित है और सड़कों की मरम्मत के लिए आवश्यक धनराशि वर्गीकरण प्रस्ताव के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस राशि से नगर रोड, सातारा रोड, सोलापुर रोड, पुणे-मुंबई ओल्ड हाईवे रोड, सिंहगढ़ रोड, मगरपट्टा से चंदननगर बाईपास आदि शहर में प्रवेश करने वाली दस सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें डिवाइडरों की मरम्मत, गड्ढों को भरना, जेब्रा क्रासिंग, बीच की पट्टियों को रंगना, साइन बोर्ड लगाना आदि कार्य किए जाएंगे। 

    तत्काल कार्यों से 143 करोड़ रुपये किए जाएंगे प्रदान

    शहर की 50 सड़कों पर साधारण 140 जगहों पर मरम्मत की आवश्यकता है। इसके लिए 193 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 50 करोड़ रुपये वर्गीकरण के तहत उपलब्ध कराए जाएंगे। जबकि 143 करोड़ तत्काल कार्यों (72 बी के अनुसार) के तहत प्रदान किए जाएंगे। महानगरपालिका के सड़क विभाग द्वारा जर्जर सड़कों और स्थानों की सूची तैयार की गई है, ऐसा भी ढाकने ने बताया।