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    पिंपरी: मुख्यालय (Headquarter) की मौजूदा इमारत अपर्याप्त साबित होने से पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) प्रशासन ने नए मुख्यालय (New Headquarter) का निर्माण करने का फैसला किया है। इसके लिए चिंचवड ऑटो क्लस्टर (Chinchwad Auto Cluster) के पास 7 एकड़ जमीन तय की गई है। यहां पर्यावरण पूरक 13 मंजिला प्रशासकीय इमारत का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए पहले जारी किया गया 240 करोड़ का टेंडर रद्द कर दिया गया है। अब नए से 312 करोड़ 20 लाख 32 हजार 838 रुपए का टेंडर जारी किया गया है। यानी नए मुख्यालय की लागत अभी से 66 करोड़ रुपए से बढ़ गई है।

    पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका का पुराने पुणे-मुंबई राजमार्ग पर एक प्रशासनिक भवन है। चार मंजिला इमारत का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने 13 मार्च 1987 को किया था। उसके बाद महानगरपालिका का लगातार विस्तार किया गया। यहां एक मंजिल पर पदाधिकारियों के कार्यालय हैं जबकि तीन मंजिलों पर अधिकारियों के कार्यालय हैं। वर्तमान में यह इमारत कार्यालयों के लिए अपर्याप्त साबित हो रही है। कई विभागीय कार्यालयों को मुख्यालय से दूसरे महानगरपालिका भवनों में स्थानांतरित कर दिया गया है। महानगरपालिका मुख्यालय में पार्किंग भी पर्याप्त नहीं है। अधिकारियों और नगरसेवकों के वाहन खड़े करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।

    टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई 

    महानगरपालिका में कर्मचारियों के भर्ती का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास लंबित है। यदि भर्ती को मंजूरी मिल जाती है और कर्मचारियों की भर्ती की जाती है, तो फिर से जगह की कमी होगी। इसलिए नए भवन का निर्माण करने का फैसला किया गया है। बीजेपी शासन के दौरान गांधीनगर-पिंपरी में महिंद्रा कंपनी की साइट पर एक इमारत बनाने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए महानगरपालिका की आम सभा की बैठक में भी खर्च को मंजूरी दी गई। भवन के टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।  तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर श्रवण हार्डिकर इसके लिए आग्रही थे। इसके लिए आर्किटेक्ट ‘लैंडमार्क डिजाइन ग्रुप’ ने 17 दिसंबर, 2019 को तत्कालीन महापौर उषा ढोरे के समक्ष भवन का खाका प्रस्तुत किया। उन्होंने 24,544 वर्ग मीटर के क्षेत्र में नौ मंजिला इमारत तैयार की। साढ़े चार एकड़ में भवन के निर्माण पर पहले 200 करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद थी,  हालांकि बाद में यह खर्च बढ़कर 299 करोड़ रुपए हो गया। 

    300 नगरसेवकों के बैठने की जगह होगी

    नौ मंजिला भवन के निर्माण के लिए 246 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया था। हालांकि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विरोध के बाद टेंडर रद्द कर दिया गया था। इसके बाद के चिंचवड़ स्टेशन के पास 35 एकड़ जमीन है।  इसमें से 7 एकड़ जमीन पर 13 मंजिला विशाल ईको-फ्रेंडली बिल्डिंग बनाने की योजना है। यहां महानगरपालिका के विभिन्न विभागों के साथ-साथ महापौरों और पदाधिकारियों के कार्यालय होंगे। इसमें विशाल हॉल, मीटिंग हॉल, कैंटीन, शौचालय और ऐसी ही अन्य सुविधाएं होंगी।  शेष स्थान पर सिटी सेंटर बनाया जाएगा। अगले 50 वर्षों के लिए पर्यावरण के अनुकूल भवन की योजना बनाई जाएगी। पार्किंग के लिए अलग से पांच मंजिला भवन बनेगा।  इसमें 500 कारें और डेढ़ हजार दोपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे। म्यूनिसिपल हॉल (GB हॉल) में 300 नगरसेवकों के बैठने की जगह होगी। भवन की छत पर हेलीपैड बनेगा। भवन की कुल लागत लगभग 400 करोड़ रुपए होगी।

    इन्हें सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया 

     सुनील पाटिल एसोसिएट्स को भवन की निर्माण योजना तैयार करने, भवन निर्माण परमिट प्राप्त करने, संरचनात्मक डिजाइन, निविदाओं के लिए गहन बजट और निविदा के बाद के कार्यों के लिए सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। चिंचवड़ में ऑटो क्लस्टर, साइंस पार्क, तारंगन महत्वपूर्ण परियोजनाएं है। इस रूट पर चौड़ा बीआरटी रूट भी है।