West Bengal: robbers opened fire on people after failing to loot gold loan company
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    पिंपरी : बदला लेने के लिहाज से गलती में शातिर बदमाश (Vicious Crooks) की बजाय उसके भाई पर फायरिंग (Firing) किये जाने की वारदात सामने आयी है। असल में रिक्शे को कट मारने की वजह को लेकर हुए विवाद (Controversy) में इस शातिर बदमाश ने मध्यस्थता (Mediation) करने की थी। उसी का बदला लेने के लिए पांच लोगों के समूह ने उसे समझ कर उसके भाई पर गोली चला दी। यह घटना 2 जून को रात 11.30 बजे महालुंगे इंगले में हुई। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों (Arrested Accused) में राहुल बाबासाहेब फाल्के (28, महालुंगे, खेड़, पुणे निवासी) और अंकित अर्जुन थोराट (28, चाडोली बुद्रुक, अंबेगांव, पुणे) शामिल हैं। वैभव अरुण गायकवाड़ की शिकायत पर महालुंगे चौक पर दोनों के साथ 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

    दोस्तों के साथ मिलकर अपराध को अंजाम देने का फैसला किया

    पुलिस के मुताबिक, 1 जून की शाम को, महालुंगे के शातिर बदमाश अजय अरुण गायकवाड़ के मित्र संभाजी मोहन यमुनवाड़ ने विपक्षी दल की चालक सोन्या जवाले के साथ झगड़ा और कथित तौर पर सोन्या जवाले और राहुल फाल्के की पिटाई कर दी। इसलिए राहुल फाल्के ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अजय गायकवाड़ को खत्म करने का फैसला किया। 2 जून की रात 11.30 बजे उसका भाई वैभव गायकवाड़ अपने भाई अजय गायकवाड़ की कार से घर जा रहा था। राहुल फाल्के और उसके साथियों ने वैभव को अजय के रूप में गोली मार दी। उसी समय कार के पीछे से आ रहे संभाजी यमुनवाद ने ‘वैभ्या भाग’ कहकर चिल्लाया। 

    हमलावर डर गये और यह महसूस करते हुए कार से भाग गया कि अजय गायकवाड़ वह नहीं था जिसे हमने गोली मारी थी। मामला दर्ज करने के बाद महालुंगे पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए तीन दस्ते का गठन किया। सब-इंस्पेक्टर विलास गोसावी और उनकी टीम ने राहुल और अंकित को खेड़ तालुका के राजगुरुनगर से गिरफ्तार किया है। पुलिस अन्य तीन की तलाश कर रही है।