पिंपरी : हालांकि अभी बरसात (Rain) की शुरुआत नहीं हुई है मगर बरसात में आने वाली बाढ़ समेत अन्य विपदाओं से निपटने के लिए पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) ने कमर कस ली है। महानगरपालिका में बाढ़ (Flood) नियंत्रण कक्ष (Control Room) शुरू किया गया है और कार्यकारी अभियंता थॉमस न-होना को केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष का प्रमुख और आपदा प्रबंधन अधिकारी ओमप्रकाश बहिवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बारिश से नदियों में बाढ़ की संभावना
राज्य में जून से सितंबर तक बारिश होती है। इस दौरान मानसून के आने के कारण राज्य में बारिश हो रही है। इससे शहर से होकर बहने वाली नदियों में जलस्तर बढ़ जाता है। भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ़ आने की संभावना है। इस अवधि के दौरान महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बाढ़ की स्थिति की पूर्व योजना और बाढ़ की स्थिति का उचित प्रबंधन किया जाता है।
इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बाढ़ नियंत्रण कार्य योजना तैयार की गई है। महानगरपालिका की ओर से वायरलेस ऑपरेटर के कर्मचारियों की तीन शिफ्टों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष के संचालन के लिए महानगरपालिका की ओर से अगले चार महीने के लिए अलग से आदेश जारी किया गया है। हालांकि, और क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर अलग बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए है।