पुणे: करारनामा का उल्लंघन कर मालिकाना अधिकार वाले प्रॉपर्टी को खुद से बेचकर 14 करोड़ 50 लाख रुपए की ठगी (Fraud) करने का मामला सामने आया है। इस मामले में गैलेक्सी कंस्ट्रक्शन एंड कॉन्ट्रैक्टर्स (Galaxy Construction And Contractors) के दो डायरेक्टर्स के खिलाफ चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर एक गिरफ्तार कर लिया गया हैं। ग्राउंड फ्लोर और मंजिल के कंस्ट्रक्शन की परमिशन होने के बावजूद सात मंजिल का नकली कंस्ट्रक्शन नक्शा (Preparing Fake Map) तैयार कर उसे पुणे महानगरपालिका से मंजूरी मिलने का झूठी बात बताकर उस पर 24 करोड़ रुपए का कर्ज लेने का खुलासा हुआ है।
इस मामले में बिल्डर विजय जगदीशचंद्र अग्रवाल ने चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इसके आधार पर गैलेक्सी कंस्ट्रक्शन एंड कॉन्ट्रैक्टर्स के डायरेक्टर अशोक शिवनारायण थेपडे और अमित अशोक थेपडे के खिलाफ फर्जी डॉक्यमेंट्स तैयार करने, करारनामा का उल्लंघन कर ठगी करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में अमित थेपडे को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था।
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अग्रवाल की सिद्धि विनायक दुर्गादेवी डेवलपर्स कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी है। कंपनी ने 2000 में पाषाण में 26 गुंठा जमीन करार करके डेवलप करने के लिए लिया था। उन्होंने यह हजीन 2006 में गैलेक्सी कंस्ट्रक्शन एंड कॉन्ट्रैक्टर के डायरेक्टर्स को पार्टनरशिप में करार कर डेवलप करने के लिए दिया था। समझौते के मुताबिक, इस पर बैंक कर्ज लेने की परमिशन नहीं दी थी। साथ ही कंस्ट्रक्शन का नक्शा मंजूर होने के बाद 15 महीने में काम पूरा करना था, लेकिन समझौते के मुताबिक, तय समय में काम पूरा नहीं किया गया। इसकी वजह से इसकी अवधि बढ़ाई गई। किसी भी तीसरे व्यक्ति को इसका कब्जा देने का अधिकार नहीं दिया गया था, लेकिन गैलेक्सी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने दो मंजिल की परमिशन होने के बावजूद सात मंजिल की इमारत का फर्जी नक्शा तैयार कर उसके जरिए बैंक से 24 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर ठगी की।