पुणे: रेलवे में नौकरी दिलाने का फर्जी हस्ताक्षर वाला ज्वाइनिंग लेटर (Joining Letter) देकर करीब 11 लाख रुपए ठगने (Fraud) वाले गैंग को पुणे पुलिस (Pune Police) ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड़ को सूचना मिली थी कि रेलवे मेल सर्विस सेक्शन (आरएमएस) में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर (Fake Joining Letter) देकर लाखों रुपए ठग लिए गए हैं। इस संबंध में आईपीसी की धारा 420, 465, 468, 471 और 34 के तहत बंड गार्डन थाने में 2 फरवरी को मामला दर्ज किया गया था।
मामले की जांच के दौरान पुलिसकर्मी पांडुरंग पवार को सूचना मिली कि आरोपी योगेश संतराम माने और नीलेश संतराम माने दोनों पुणे के ताड़ीवाला रोड निवासी दोपहिया वाहन लेकर रेलवे पार्सल गेट के सामने रुके हैं। इस दौरान आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके कब्जे से सेंट्रल रेलवे के फर्जी नियुक्ति पत्र, बैंक चेक बुक, अन्य फर्जी दस्तावेज और 99,500 रुपए की नकद राशि बरामद हुई। आगे की जांच पीएसआई वाघमारे द्वारा की जा रही है।
वरिष्ठों के मार्गदर्शन में कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रामनाथ पोकले, उपायुक्त (अपराध) अमोल झेंडे, एसीपी (अपराध-1) सुनील पवार के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। टीम में एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड-2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड, एपीआई शैलजा जानकर, सुजीत वाडेकर, पांडुरंग पवार, प्रवीण उत्तेकर, मनोज कुमार सालुंके, मारुति पारधी, विशाल दलवी, संदीप शिर्के, विशाल शिंदे, संदेश काकड़े, रेहाना शेख और योगेश मोहिते शामिल थे।