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    पुणे : राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की पुणे (Pune)इकाई ने एक ग्राम पंचायत सदस्य (Gram Panchayat Member) को गिरफ्तार (Arrested) किया है और एक सरपंच पर मामला दर्ज किया है। दोनों पर कथित तौर पर एक व्यक्ति से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी करने के एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है। जहां ग्राम पंचायत सदस्य को गिरफ्तार किया गया, वहीं पुलिस सरपंच की तलाश में है।

    पिछले महीने एसीबी को एक 53 वर्षीय व्यक्ति की शिकायत मिली थी, जिसकी पत्नी के पास वडगांव मावल तालुका के साटे गांव में कबाड़ की दुकान का लाइसेंस है। शिकायत के अनुसार, कुछ ग्रामीणों द्वारा उसकी दुकान पर आपत्ति जताए जाने के बाद व्यक्ति ने एनओसी के लिए ग्राम पंचायत से संपर्क किया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव के सरपंच संतोष पोपट शिंदे और ग्राम पंचायत सदस्य रुशिनाथ मारुति एग्लामे ने उनसे 1.25 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की।

    एक लाख रिश्वत लेते हुआ अरेस्ट

    एसीबी अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की, इस बीच, रिश्वत की राशि को 1 लाख रुपए तक तय किया गया था। पुलिस ने बताया कि कान्हे फाटा के एक होटल परिसर में जाल बिछाया गया जहां शिकायतकर्ता से राशि लेते हुए एग्लामे को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सरपंच शिंदे की तलाश शुरू कर दी है। 

    वडगांव-मावल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज

    मामले के जांच अधिकारी, इंस्पेक्टर भरत सालुंखे ने बताया कि अग्लामे को एक अदालत में पेश किया गया। उसे 3 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सरपंच को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। आगे की जांच जारी है। शिंदे और एग्लामे दोनों पर वडगांव-मावल पुलिस स्टेशन में दर्ज अपराध मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।