File Pic
File Pic

    Loading

    पिंपरी : कंस्ट्रक्शन साइट के बारे में शिकायत (Grievance) करने की धमकी देकर सवा नौ करोड़ रुपये की फिरौती मांगे जाने का मामला पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) की उद्योगनगरी में सामने आयी है। इस मामले में संबंधित बिल्डर (Builder) ने सीधे पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे (Commissioner Ankush Shinde) से शिकायत की थी। इसके बाद एंटी गुंडा स्क्वाड (Anti Goonda Squad) ने शुक्रवार को एक उच्च शिक्षित आरोपी पर शिकंजा कसकर उसे सलाखों के पीछे डाल दिया। उसका नाम आदिनाथ भूजाबली कुचनुर है। उसके खिलाफ केतुल भागचंद सोनिगरा (41) ने वाकड पुलिस स्टेशन (Wakad Police Station) में शिकायत दर्ज कराई है। अदालत ने उसे एक जून तक पुलिस कस्टडी (Custody) में भेजने का आदेश दिया है।

    पुलिस कमिश्नर से की गई शिकायत

    पुलिस के मुताबिक डांगे चौक थेरगांव में सिग्नेचर पार्क का कंस्ट्रक्शन शुरू है। अरहम आरई कंसल्टेंसी सर्विसेज के आदिनाथ कुचानूर ने एक पत्र के जरिये इस कंस्ट्रक्शन साइट के बारे में शिकायत करने की बात कही। उसने कंस्ट्रक्शन साइट की कुल लागत का 2.5 प्रतिशत या 9.25 करोड़ रुपये का भुगतान करने की भी मांग की। बिल्डर सोनिगरा ने पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे के पास इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने फिरौती रोधी दस्ते को शिकायत पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कुचानूर की जानकारी जुटाने पर पता चला कि हिंजवड़ी, पिंपरी और शिवाजीनगर पुलिस ने आदिनाथ कुचानूर के खिलाफ सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के दस्तावेज बनाने, बिल्डरों को ब्लैकमेल करने, महानगरपालिका के अधिकारियों के खिलाफ झूठे आरोप लगाने और वास्तुकारों को बदनाम करने के मामले दर्ज हैं।

    पिंपरी-चिंचवड, पुणे और मुंबई में कुछ बिल्डरों को धमकाया

    पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए डांगे चौक थेरगांव स्थित सिग्नेचर पार्क के कंस्ट्रक्शन साइट पर जाल बिछाया। सिग्नेचर पार्क साइट के कार्यालय में पहुंचने के बाद आदिनाथ कुचनूर ने फिरौती का 25 फीसद हिस्से के रूप में 2 करोड़ रुपये का चेक लिया। पुलिस ने उसे उसी समय गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 2 करोड़ रुपये का चेक और पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के निर्माण विभाग से संबंधित दस्तावेज मिले। पुलिस के मुताबिक कुचानूर ने इसी तरह पिंपरी-चिंचवड, पुणे शहर और मुंबई में कुछ बिल्डरों को धमकाया था, यह भी जांच में सामने आया है। इस पूरी कार्रवाई को पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे, उपायुक्त डॉ. काकासाहेब डोले, सहायक आयुक्त पद्माकर घनवट, प्रशांत अमृतकर के मार्गदर्शन में फिरौती रोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय जोगदंड, गुंडा रोधी दस्ते के सहायक पुलिस निरीक्षक हरीश माने, कर्मचारी हजरत पठाण, विक्रमसिंग जगदाले, गणेश मेदगे, किरण काटकर, शाम बाबा, विजय तेलेवार, आशिष बोटके, तौसिग शेख की टीम ने अंजाम दिया। पुलिस कमिश्नर ने इस तरह से धमकाकर फिरौती माँगनेवालों के खिलाफ बिना डरे शिकायत करने की अपील की है।