Ankush Shinde

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    पिंपरी: आयुक्तालय की कमान संभालने के साथ ही पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अनुशासित बनाने के साथ पुलिस का कामकाज लोकाभिमुख बनाने में जुटे पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) के नए पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे (New Police Commissioner Ankush Shinde) ने एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने लोगों की शिकायतों (Complaints) के लिए एक अलग व्हाट्सएप नंबर (WhatsApp Number) जारी किया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर स्थानीय पुलिस या थानों में उनकी शिकायत नहीं सुनी जाती है तो वे सीधे 9307945182 इस व्हाट्सएप नंबर पर अपनी शिकायत करें।

    पुलिस कमिश्नर ने लोगों की शिकायतों के लिए न केवल अलग व्हाट्सएप नंबर जारी किया है, बल्कि यह नंबर सभी थानों में चस्पा कर दिया गया है। पुलिस थाने के नोटिस बोर्ड पर चस्पाये गए पोस्टरों में कहा गया है कि अगर थाने में आपकी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, तो आपको व्हाट्सएप के जरिए 9307945182 इस नंबर पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इन शिकायतों को सहायक पुलिस आयुक्त दर्जे के अधिकारी द्वारा संज्ञान में लिया जाएगा। शिकायत मिलने के बाद स्थानीय पुलिस से पूछताछ की जाएगी। उसके बाद पुलिस आयुक्त कार्यालय शिकायतकर्ता की शिकायतों का निवारण करने का प्रयास करेगा।

    थानों के प्रभारी अधिकारियों में हड़कंप 

    यानी अब अगर स्थानीय पुलिस ने नागरिकों की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया तो नागरिक व्हाट्सएप के माध्यम से सीधे पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकेंगे। पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे द्वारा लिए गए इस फैसले से पुलिस थानों के प्रभारी अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। अब थाने में आने वाले हर शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज कराने साथ उसके निराकरण पर जोर दिया जा रहा है। 

    पहले ही दिन सोशल सिक्योरिटी स्क्वॉड को किया था बर्खास्त 

    गौरतलब है कि अंकुश शिंदे को 20 अप्रैल को पिंपरी- चिंचवड़ स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने तुरंत पुलिस कमिश्नर का पद संभाला। पहले ही दिन शिंदे ने सोशल सिक्योरिटी स्क्वॉड को बर्खास्त कर दिया।  उसके बाद पुलिस कमिश्नर ने सभी थानों और अपराध शाखा के प्रदर्शन की समीक्षा की। कमिश्नर ने चेताया कि सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी किसी भी लालच के झांसे में न आएं। उन्होंने आगे कहा कि यदि रिश्वत रोकथाम विभाग ठाणे या विभिन्न शाखाओं में छापेमारी करता है, तो संबंधित प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। पुलिस कमिश्नर के इस आदेश से पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस बल में हड़कंप मच गया।