दोषी रेल कर्मियों को फौरन करें बर्खास्त, विधान परिषद उपसभापति नीलम गोर्हे की मांग

    Loading

    पुणे. सामूहिक बलात्कार (Gang Rape) के मामले में लिप्त दो रेल कर्मियों (Railway Employees) केवल निलंबित ही नहीं, बल्कि उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाए, ऐसी मांग महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति और शिवसेना नेता नीलम गोर्हे (Shiv Sena leader Neelam Gorhe) ने की। तीन दिन पहले पुणे (Pune) में हुई एक नाबालिग लड़की के बलात्कार की वारदात से हड़कंप मच गया था। इस मामले में कुछ रेल कर्मियों की संलिप्तता दिखाई दे रही है। इन दोषी कर्मचारियों को फौरन बरखास्त करने की मांग नीलम गोर्हे ने की। इसके अलावा जिन पर सीसीटीवी के माध्यम से नजर रखने की जिम्मेदारी थी, उन्हें भी दोषी मानकर कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग गोर्हे ने की।

    उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही जघन्य है। आने वाले समय में इस तरह की कोई वारदात ना हो, इसके लिए रेलवे पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस, स्थानीय कर्मचारी और नागरिकों के साथ मिलकर एक संयुक्त मुहिम चलाई जानी चाहिए। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इसके संदर्भ में जांच जल्द पूरी कर चार्जशीट दायर की जानी चाहिए। रेलवे और बस स्थानकों पर लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जाए, ऐसे निर्देश पुलिस महासंचालक को हमने दिए है, ऐसी जानकारी नीलम गोर्हे ने दी।

    गौरतलब है कि गैंगरेप की इस घटना को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा था कि पुणे  में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप  की घटना बेहद शर्मनाक और आक्रोषित कर देनेवाली है। इस मामले में लिप्त अधिकतर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाकी बचे आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस तत्पर है। सभी आरोपियों को कठोर शिक्षा होगी, इस ओर राज्य सरकार प्रयत्नशील है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।