प्रतिकारात्मक  तस्वीर
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    पिंपरी : खेलने के दौरान मिली बमनुमा (Bomb) वस्तु के विस्फोट (Explosion) में एक चार साल की बच्ची (Girl) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसके साथ खेल रहे दो भाई बहन (Two Siblings) घायल हो गए। पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) के मोशी चरहोली में खड़ी मशीन चौक में शनिवार को घटी इस घटना से पूरे शहर में खलबली मच गई है। बच्चों  को कुल 16 इस तरह के बम मिले थे। पुलिस ने इलाके में तलाशी के दौरान इसी तरह के करीब 30 बम को बरामद किया है। बताया जा रहा है कि यह बम जंगली सूअरों के शिकार में इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों के पास यह बम कहां से आया? दिघी पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना के बाद इलाके में दहशत (Panic) का माहौल (Atmosphere) है। 

    दिघी पुलिस स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस सिपाही चेतन सत्यवान सालवे को मामले कि जानकारी मिली की कुछ नींबू के आकार के रस्सी बम बच्चों को मिला जिसको खेलते समय पत्थर पर बच्चों ने पटका तो जोर का धमाका हुआ जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई जबकि अन्य दो बच्चे घायल हो गए है। पुलिस सिपाही सालवे ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। पुलिस टीम के साथ पर मौके पर जाकर सावले ने देखा कि लोगों की भीड़ जमा थी। मृतक बालिका के पिता गोकुल राम गवली ने पुलिस को बताया कि सुबह 7 बजे दूध देने भोसरी गये थे। लगभग 11.45 बजे जब घर लौटे तो घर के सामने काफी भीड़ जमा हो गई थी और उनकी बेटी राधा घायल अवस्था में पड़ी थी। जब उन्होंने अपनी पत्नी मीना से इसके बारे में पूछताछ की, तो उसने कहा कि जब राजू आरती और राधा खेल रहे थे, राधा एक सुपारी के आकार के धागे में लिपटे बम जैसी वस्तु को पत्थर पर मार रही थी, तभी जोर का धमाका हुआ राजू और आरती को मामूली चोटें आई हैं लेकिन राधा बेशुध्द पड़ी हुई थी। उसके बाद तुरंत एक एम्बुलेंस को बुलाया और वाईसीएम अस्पताल में बेहोश और घायल बच्चों के इलाज के लिए लेकर गए।

    अस्पताल पहुंचने से पहले 4 साल की राधा गोकुल गवली ने दम तोड़ दिया था। बरामद बम के विस्फोट से राधा गोकुल गवली, 5 वर्षीय की मौत हो गई जबकि आरती गोकुल गवली उम्र 3 साल (घायल), राजेश महेश गवली उम्र 4 साल (घायल) है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ 304, 286,337,338 भारतीय विस्फोटक अधिनियम, 1908 की धारा 3 और पुलिस एक्ट 37 (1135) मामला दर्ज किया है। खड़ी मशीन चौक के खुले मैदान में अहमदाबाद गुजरात से आए भरवाड समाज तंबू डालकर रह राई हैं। साथ में गिर गाय, भैंस और बछड़ों का काफिला लेकर चलने वाला यह समाज दूध बेचने का व्यवसाय करता है। उक्त बच्चे जब मैदान में खेल रहे थे तब उन्हें बमनुमा वस्तु मिली थी जिसे उन्होंने छिपाकर रखा था और शनिवार को उसका विस्फोट हुआ। यह विस्फोट इतना भीषण और जोरदार था कि राधा का पैर उड़कर 100 फीट से ज्यादा दूर जाकर गिरा। वहां लगे तंबुओं पर बच्चों के खून और मांस के टुकड़े बिखर गए थे। बताया जा रहा है कि इस धमाके की आवाज एक किलोमीटर दूरी तक के इलाकों में सुनाई दी। मौके पर बम रोधी दस्ते और डॉग स्क्वाड दाखिल पहुंचें। बम डिटेक्शन मशीन से खोजबीन करने पर पुलिस को 35 बमनुमा वस्तुएं मिली। अब पुलिस यह जानने में जुटी है कि ये बम यहां किसने और क्यों लाये?