स्थायी समिति के लिए BJP में किसी में पात्रता नहीं क्या? कांग्रेस के गोपाल तिवारी ने किया सवाल

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    पुणे: पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) में आज बीजेपी (BJP) के 100 से अधिक नगरसेवक (Corporator) है। फिर भी बीजेपी की ओर से लगातार 4 बार एक ही व्यक्ति को स्थायी समिति (Standing Committee) का अध्यक्ष बनाया गया है। क्या नगरसेवकों की इतनी भारी संख्या में दूसरे किसी नगरसेवक में यह पात्रता नहीं है क्या, ऐसा तीखा सवाल कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता और राजीव गांधी स्मारक समिति के अध्यक्ष गोपाल तिवारी (Gopal Tiwari) ने पूछा है।

    इस संदर्भ में जारी विज्ञप्ति में तिवारी ने कहा कि पुणे महानगरपालिका के स्थायी समिति के अध्यक्ष पद पर लगातार चौथी बार कसबा निर्वाचन क्षेत्र के प्रभाग 15 से निर्वाचित नगरसेवक हेमंत रासने को नियुक्त किया गया है। इसी प्रभाग 15 और कसबा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2017 में मुक्ता तिलक को ढाई वर्ष महापौर बनाया गया था, लेकिन महापौर और स्थायी समिति का अध्यक्ष पद लगातार मिलने के बाद भी कसबा निर्वाचन क्षेत्र का कोई विकास नहीं हुआ है। इससे बीजेपी के पास शहर के विकास का कोई एजेंडा नहीं है, यह दिखाई देता है।

    प्रथा को बीजेपी ने रखा ताक पर

    शहर के उचित विकास को देखते हुए स्थायी समिति का अध्यक्ष पद विभिन्न प्रभागों को देने की प्रथा है, लेकिन इस प्रथा को ताक पर रखते हुए बीजेपी ने बार-बार एक ही व्यक्ति को अवसर देकर दूसरे नगरसेवकों को इससे वंचित रखा है, जो उन पर अन्याय है, ऐसी टिप्पणी तिवारी ने अपनी विज्ञप्ति में की।