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    पिंपरी: कर्नाटक (Karnataka) में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को तोड़े जाने का पर्दाफाश होने के बाद पूरे महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य में आक्रोश का माहौल है। पुणे (Pune) और पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) में कर्नाटक राज्य सरकार के खिलाफ अलग-अलग तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच खड़की आयुध निर्माणी के पीछे से कर्नाटक राज्य निगम (Karnataka State Road Transport Corporation) की तीन बसों पर 12 से 15 लोगों की भीड़ ने पथराव किया। इस संबंध में सुधीर जाधव (55) ने शिकायत दर्ज कराई है और खड़की थाने (Khadki Police Station) में मामला दर्ज किया गया है।

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, वादी अपने साथी एसटी ड्राइवर और अन्य साथियों के साथ कर्नाटक राज्य निगम की तीन एसटी बसों में यात्रा कर रहा था। बस खड़की में ओडिनस फैक्ट्री के पीछे खुली जगह में खड़ी थी, दो चार पहिया और दोपहिये वाहनों से आये 12 से 14 अज्ञात व्यक्तियों ने बस के कांच को पत्थरों से तोड़ दिया। बस को ऑयल पेंट और जोरदार घोषणाओं से भी विरूपित किया गया है। 

    खड़की पुलिस ने दर्ज किया मामला

    खड़की पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस उपनिरीक्षक शैलजा शिंदे आगे की जांच कर रही है। बहरहाल यहां पिंपरी स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक में भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से कर्नाटक की घटना की कड़ी निंदा की गई। हाथों में निषेध के पोस्टर लेकर इस घटना की भर्त्सना की गई। इस मौके पर युवा मोर्चा शहराध्यक्ष संकेत चोंधे, उपाध्यक्ष अनुप मोरे, तसेच निलेश यादव, दीपक नागरगोजे आदि उपस्थित थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कर्नाटक सरकार को बर्खास्त करने की मांग केंद्र सरकार से की गई है।