पिंपरी: आर्यन खान ड्रग्स मामले (Aryan Khan Drugs Case) से चर्चा में आए किरण गोसावी (Kiran Gosavi) की पुणे पुलिस (Pune Police) द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद उसकी दिक्कतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुणे के फरासखाना, वानवड़ी, लष्कर पुलिस स्टेशन में ठगी का केस दर्ज होने के बाद गोसावी के खिलाफ अब पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) के भोसरी पुलिस स्टेशन (Bhosari Police Station) में और एक ठगी का केस (Cheating Case) दर्ज कराया गया है। इस मामले में विजय कुमार सिद्धलिंग कानडे (33) ने शिकायत दर्ज कराई है।
इस बारे में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता विजय 2015 में नौकरी ढूंढ रहा था। तभी उसने नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके तहत उसे अलग-अलग जॉब पोर्टल से नौकरी का ऑफर आ रहा था। इसी दौरान शिकायतकर्ता को शिवा इंटरनेशनल से 21 मार्च 2015 में उसके मेल आईडी पर जॉब का ऑफर आया। इसमें उसे विदेश में होटल मैनेजमेंट में नौकरी लगने का जिक्र किया गया था और बायोडाटा भेजने के लिए कहा गया था।
शिकायतकर्ता ने नौकरी के लिए दिए पैसे
इसके बाद शिकायतकर्ता ने शिवा इंटरनेशनल के आईडी पर बायोडाटा भेजा था। किरण गोसावी ने शिकायतकर्ता को बुनेई में नौकरी लगाने झांसा देकर विश्वास पैदा किया। नौकरी लगाने के नाम पर शिकायतकर्ता से नाशिक फाटा में मुलाकात कर 30 हज़ार रुपए लिए। इसके बाद शिकायतकर्ता शिवा इंटरनेशनल के घोड़बंदर रोड के कार्यालय में जाकर 5 अप्रैल 2015 में आरोपी को 40 हज़ार रुपए दिए। यही नहीं किरण गोसावी के कहने पर उसके बताये गए बैंक अकाउंट में 20 हज़ार रुपए जमा कराए।
पुलिस कर रही मामले की जांच
इसके बाद मेडिकल जांच के लिए किरण गोसावी के ठाणे के कार्यालय में जाकर 10 हज़ार रुपए जमा करवाया। इस तरह से समय समय पर शिकायतकर्ता से आरोपी ने 2 लाख 25 हज़ार रुपए जमा कराए और ठगी की। इसके बाद न तो उन्हें कोई नौकरी मिली न उनके पैसे उन्हें लौटाए गए। पैसों की मांग करने पर लगातार टालमटोल की गई। अब जब गोसावी पुलिस की हिरासत में आ गया है तब उसकी ठगी का शिकार बने विजय कुमार ने उसके खिलाफ भोसरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। बहरहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।