पिंपरी : फ्लैट (Flat) के व्यवहार के विवाद में पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) के वाकड पुलिस थाने (Wakad Police Station) में परस्पर विरोधी मामले दर्ज हुए हैं। इसमें से एक मामले में शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे के भतीजे और मौजूदा नगरसेवक नीलेश बारणे (Nilesh Barne) और उनके भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। जबकि इस मामले के शिकायतकर्ता (Complainant) के खिलाफ फिरौती का मामला दर्ज किया गया है।
प्रितेश प्रकाश दुगड (49, निवासी मित्रमंडल चौक, पर्वती, पुणे) की शिकायत के आधार पर शिवसेना के नगरसेवक नीलेश हिरामण बारणे, अविनाश लाला बारणे (44), महेश हिरामण बारणे (तीनों निवासी थेरगांव, पुणे) के खिलाफ वाकड पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। वहीं अविनाश लाला बारणे की शिकायत के आधार पर प्रितेश प्रकाश दुगड के खिलाफ फिरौती का मामला दर्ज किया गया है।
फ्लैट का कब्जा नहीं दिया गया और न ही उनके पैसे लौटाए गए
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नगरसेवक नीलेश बारणे, अविनाश बारणे और महेश बारणे की पार्टनरशिप में समर्थ लैंडमार्क की थेरगांव स्थित गृह परियोजना में प्रितेश दुगड ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर अलग अलग फ्लैट खरीदा है। हालांकि उन्हें उसका कब्जा नहीं दिया गया। इसके विपरीत सभी फ्लैट को बैंक में गिरवी रखकर पांच और सात करोड़ के अलग अलग कर्ज लिए। हालांकि दुगड़ के फ्लैट पर कोई देनदारी नहीं है, इसके बावजूद उन्हें उनके फ्लैट का कब्जा नहीं दिया गया और न ही उनके पैसे लौटाए गए।
प्रोजेक्ट में 49 लाख 67 हजार 700 रुपये में फ्लैट खरीदा
अविनाश बारणे की शिकायत के अनुसार प्रितेश दुगड ने शांताई पार्क, थेरगांव के प्रोजेक्ट में 49 लाख 67 हजार 700 रुपये में फ्लैट खरीदा। मगर उन्होंने कब्जा नहीं लिया और प्रोजेक्ट पर होमलोन लिया। इस वजह से उन्होंने फ्लैट का कब्जा लेने से मना कर दिया। इसके विपरीत दुगड़ ने अविनाश बारणे के पास डेढ़ करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। पैसे नहीं देने की सूरत में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी। वाकड पुलिस ने दोनों शिकायतों के आधार पर परस्पर विरोधी मामले दर्ज कर उनकी छानबीन शुरू कर दी है।