Shravan Hurdikar transfer

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पिंपरी. 1 जनवरी को मैं सचिव पद पर प्रमोट होने वाला हूं। प्रमोशन और ट्रांसफर की एक साथ संभावना है। यह दावा स्वयं मनपा कमिश्नर श्रवण हर्डिकर ने करते हुए अपने ट्रांसफर और प्रमोशन पर अपनी ओर से मुहर लगा दी है। 

इस मामले में राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिली है, लेकिन इस संभावना को लेकर शहर में जबर्दस्त चर्चा जारी है।

पौने चार साल  हो गए

पिंपरी-चिंचवड मनपा (Pimpri-Chinchwad Manpa) में 3 साल का कार्यकाल पूर्ण कर चुके मनपा कमिश्नर श्रवण हर्डिकर (Commissioner Shravan Hurdikar) अवकाश पर गए हैं। इस वजह से उनके ट्रांसफर (Transfer) को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है, इस सप्ताह के ट्रांसफर की संभावना जताई जा रही है। कोरोना (Corona) से निपटने को लेकर उनके कार्य उल्लेखनीय रहे, मगर फिर भी उनका अब तक पौने चार साल का कार्यकाल विवादित रहा। 1 जनवरी 2021 को उन्हें सचिव पद पर प्रमोशन (Promotion) मिलने वाला है। प्रमोशन और ट्रांसफर एक ही समय होने की संभावना है। श्रवण हर्डिकर ने 27 अप्रैल 2017 को मनपा कमिश्नर पद का चार्ज लिया था।

विवादों से परिपूर्ण कार्यकाल

उनका पिछले पौने चार साल का कार्यकाल विवादों के घेरे में रहा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अनियमितता, एफडीआर और बैंक गारंटी घोटाला, मनपा में भ्रष्टाचार के मामलों में वृद्धि और बीजेपी के हितचिंतक आदि आरोपों से उनकी छवि का धक्का पहुंचा है, वे हमेशा बीजेपी विधायक लक्ष्मण जगताप और महेश लांडगे के चक्कर काटने को लेकर शिवसेना और एनसीपी आदि विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे। राज्य की सत्ता में बदलाव के बाद महाविकास आघाड़ी सत्तारूढ़ हुई। सत्ता बदलते ही उनका ट्रांसफर किए जाने की बात कही जा रही थी, मगर इसी दौरान कोरोना कहर शुरू हो जाने की वजह से सरकार ने अधिकारियों के ट्रांसफर नहीं किए और 3 साल की अवधि समाप्त हो जाने के बाद उनके कार्यकाल में वृद्धि कर दी गई। उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। राज्य में सत्ता बदलते ही मनपा कमिश्नर हर्डिकर ने अपनी नीतियों में भारी बदलाव कर लिया। इसके चलते सत्ताधारी बीजेपी के पदाधिकारी उनके खिलाफ आक्रामक हो गए। स्वच्छ भारत स्पर्धा में पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के पिछड़ने, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में करोड़ों का भ्रष्टाचार, प्रशासन में अंदरूनी विवाद, कोरोना महामारी के दौरान करोड़ों रुपए की सीधी खरीदी, वाकड़ की सड़कों के विकास के मुद्दे पर कलह, एफडीआर-बैंक गारंटी घोटाला, बॉयो मेडिकल वेस्ट का टेंडर, कचरे के संकलन और ट्रांसपोर्टेशन का टेंडर तथा अल्टरनेट-डे पानी सप्लाई आदि मुद्दों से वे मुश्किलों में पड़े रहे।

ट्रांसफर के लिए खुद ही कर रहे प्रयास

पिछले कुछ महीनों से सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार विवाद और आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर गर्म होने से हर्डिकर बुरी तरह परेशान हो गए हैं। वे इस बात से चिंताग्रस्त हो गए हैं कि अगले मनपा चुनाव में उन्हें ज्यादा निशाना बनाया जाएगा। कहा जा रहा है कि इससे बचने के लिए वे चुनाव से पहले ही ट्रांसफर करवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उनकी मुंबई यात्राओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। 1 जनवरी 2021 को उनकी एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के 16 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इसी दिन उन्हें सचिव पद पर प्रमोट किया जाएगा। इस बातों को दृष्टि में रखते हुए एक सप्ताह के अंदर उनके ट्रांसफर की संभावना व्यक्त की जा रही है।

अश्विन मुदगल या सूरज मांढरे हो सकते हैं नए मनपा कमिश्नर

पिंपरी-चिंचवड मनपा कमिश्नर के पद के प्रमुख दावेदारों में सिडको के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विन मुदगल और नासिक कलेक्टर सूरज मांढरे के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। इन दोनों अधिकारियों में से किसी एक अधिकारी को पिंपरी-चिंचवड मनपा कमिश्नर बनाया जा सकता है। इसके साथ ही महाराष्ट्र स्टेट सीड कार्पोरेशन अकोला के मैनेजिंग डायरेक्टर जी. श्रीकांत और औरंगाबाद के मनपा कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडे के नाम भी चर्चा में हैं।