पुणे: कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण आज दुनियाभर में आर्थिक मंदी (Financial Crisis) है। युक्रेन-रुस युद्ध (Ukraine-Russia War) और दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज की दर बढ़ाए जाने की वजह से कई देशों में महंगाई काफी बढ़ गई है, लेकिन देश में महंगाई (Infection) नियंत्रण में रहेगी। इसके अलावा आर्थिक विकास दर साढ़े सात से आठ फीसदी रहेगी। यह विश्वास संसद के वित्त विभाग के स्थायी समिति के अध्यक्ष और पूर्व वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा (Jayant Sinha) ने व्यक्त किया है।
सेनापति बापट रोड के मराठा चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयंत सिन्हा बोल रहे थे। इस दौरान बीजेपी के शहर महासचिव राजेश पांडे, मंदार देवगांवकर, अमृता देवगांवकर आदि उपस्थित थे। इस दौरान सिन्हा ने विभिन्न सेक्टर के विशेषज्ञों से संवाद किया। इस बार के बजट के महत्व पर भी सिन्हा ने जोर दिया।
दुनियाभर के अर्थशात्रियों ने बजट की प्रशंसा की
उन्होंने कहा कि देश की आगामी 25 वर्ष के आर्थिक विकास की दिशा और दशा स्पष्ट करने वाला संतुलित बजट है। विरोधियों को छोड़कर दुनियाभर के अर्थशात्रियों ने बजट की प्रशंसा की है। हाल ही में कोरोना से बाहर आई दुनिया युक्रेन-रुस युद्ध की वजह से ऊर्जा, और खाद्य संकट का सामना कर रही हैं। इन सबके बीच चीन में लॉकडाउन की वजह से कच्चे माल की सप्लाई कम हुई है। ऐसे समय में देश को स्थिरता देने वाला संतुलित बजट पेश किया गया है। कृषि सहकार, वंचित वर्ग, युवा, लघु उद्योग, हरित विकास, वित्तीय विकास और मूलभुत सुविधाओं के लिए बजट में प्रावधान किया गया है।