पुणे: राज्य उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) हर शनिवार को पुणे (Pune) में कोरोना समीक्षा बैठक करते हैं। शनिवार को उन्होंने कोरोना समीक्षा बैठक की, जिसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्हें बैठक में लिए गए कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों से अवगत कराया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सांसद उदयनराजे भोसले (MP Udayanraje Bhosale) अचानक अजीत पवार से मिलने पहुंचे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) के बाद इस दौरान यदि सबसे ज्यादा किसी मुद्दे पर चर्चा हुई तो वह है अजीत पवार और सांसद उदयनराजे भोसले के बीच बंद कमरे में हुई बैठक। राजे, पवार से मिलने पुणे के सर्किट हाऊस पहुंचे। जिसके बाद सबकी भौंहे तन गईं। लोग कयास ही लगा रहे थे कि उनके बीच क्या चर्चा होगी, इतने में राजे बैठक से बाहर आ गए।
विकास कार्यों को लेकर हुई मुलाकात: उदयनराजे भोसले
बैठक ख़त्म होने के बाद जैसे ही भोसले बाहर आए, मीडिया कर्मियों ने उन पर सवालों की बौछार कर दी। भोसले ने बताया कि अजीत पवार के साथ उनकी बैठक विकास कार्यों को लेकर थी, लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे एनसीपी में शामिल हो रहे हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए उदयनराजे ने कहा कि शिवाजी महाराज की नीति सभी धर्मों की समानता थी और इसी तरह उनकी भी नीति भी सभी दलों की समानता का है।