hawkers zone pimpri chinchwad
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    पिंपरी: शहर भर में ठेले, स्टॉलधारकों के खिलाफ पिंपरी- चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) द्वारा अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की जा रही है। इसके विरोध में कष्टकरी संघर्ष महासंघ के अध्यक्ष काशीनाथ नखाते (Kashinath Nakhaate) के नेतृत्व में प्रदर्शन (Protest) किया गया। उन्होंने कहा कि पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका अभी से शहर की प्रमुख सड़कों पर पार्किंग नीति (Parking Policy) लागू करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इस शहर में अमीरों के वाहनों के लिए जगह मुहैया कराई जाती है, लेकिन गरीबों के लिए ठेले और स्टालों के लिए जगह क्यों नहीं है? अगर अमीरों के वाहन एक शुल्क पर पार्क किए जा सकते हैं। तो गरीबों के ठेले और स्टॉलधारक जिनके पास एक ही स्थान पर स्वरोजगार के साधन हैं, उन्हें अनुमति क्यों नहीं है? यह सवाल भी उन्होंने उठाया है।

    एक ओर जहां हॉकर्स जोन (Hawkers Zone) की लोकेशन तय करने में टालमटोल की जा रही है और उन्हें स्थायी ठिकाना नहीं दिया जाता, वहीं अमीरों के वाहन पार्किंग, बस, कार के लिए सम्मानजनक जगह दी जा रही है। यदि आपके पास पार्किंग नीति है, तो हॉकर नीति क्यों नहीं?  हॉकर्स नीति के अनुसार, हम ठेला स्टॉल धारकों के लिए शुल्क का भुगतान करने को भी तैयार हैं। 

    महानगरपालिका की बढ़ेगी आय

    काशीनाथ नखाते ने कहा कि इससे महानगरपालिका की आय बढ़ेगी और हमारा रोजगार सुरक्षित रहेगा। जैसे सड़क के किनारे पार्किंग की अनुमति है। फेरीवालों को भी ऐसा करने की अनुमति दी जानी चाहिए। पिंपरी-चिंचवड़ में ठेले और स्टॉल के मालिक ईमानदारी से कारोबार कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने उनके लिए कानून बनाया है और इसे राज्य में विभिन्न जगहों पर लागू किया जा रहा है।। हालांकि राजेश पाटिल की महानगरपालिका कमिश्नर के पद पर नियुक्ति के बाद से ही गरीब जानबूझकर कानून की अवहेलना की जा रही है और गरीबों के ठेले के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। 

    बेमियादी आंदोलन की चेतावनी  

    अमीरों के लिए रेड कार्पेट और गरीबों का जीवन उजाड़ने की महानगरपालिका की नीति की कड़ी निंदा करते हुए नखाते ने पार्किंग पॉलिसी के खिलाफ बेमियादी आंदोलन छेड़ने की चेतावनी भी दी है। इस आंदोलन में इरफान चौधरी, सलीम डांगे, राजू निसार, संभाजी पाटील, मुमताज शेख, मनीष हाके, बाबासाहेब घारे, किशोर ढेंबरे, अनिल ओव्हाल, ओमप्रकाश अंबालाल सुकलाल, राम बिराजदार, विशाल मिहेर, जय गुप्ता, पप्पू कुशवाहा, देवीसिंह आहेर, फरीद सय्यैद आदि उपस्थित थे।