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    पुणे: यदि पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Pune-Mumbai Expressway) पर लेन-काटना आम उल्लंघन है, तो तेज गति से चलना और सीट बेल्ट (Seat Belt) नहीं पहनना पुणे-अहमदनगर रोड, पुणे-सतारा रोड, पुणे-सोलापुर रोड (Pune-Solapur Road) और मुंबई बेंगलुरु हाइवे समेत अन्य राजमार्गों पर सबसे आम अपराध हैं।

    पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) द्वारा साझा किए गए रिकॉर्ड के मुताबिक, इन मार्गों की जांच से पता चलता है कि इस साल अगस्त महीने तक दर्ज 1,642  गति उल्लंघन, 331 मामले सीट बेल्ट और 442 मामले हेलमेट नहीं पहनने के हैं। 

    हाइवे पर चेकिंग जारी, लगेगा जुर्माना 

    पुणे के डिप्टी आरटीओ संजीव भोर के मुताबिक, आरटीओ इन राजमार्गों पर वाहनों की जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि स्पीड गन में कैमरे लगे हुए हैं, जिससे पता चलता है कि तेज गति से वाहन चलाना सबसे आम है। तेज गति के अलावा बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चालक और सीट बेल्ट नहीं पहनने वाले कार सवार अन्य मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई इसी तरह जारी रहेगी और नियम का पालन न करने वाले पर जुर्माना लगाया जाएगा।

    जागरूकता अभियान के बावजूद वाहन चालक करते हैं गलतियां

    एक अधिकारी ने कहा कि पुणे ट्रैफिक पुलिस की तरह ही आरटीओ भी राजमार्गों पर उल्लंघन के ट्रैफिक पर नजर रखता है। परमिट, फिटनेस के लिए भारी वाहनों की जांच के अलावा प्रमाण पत्र आदि यातायात उल्लंघनों की भी जांच की जाती है। विभिन्न अभियानों की मदद से लोगों को बुनियादी यातायात नियमों से अवगत कराया जाता है। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके वाहन चालकों को मानसिकता बदलने की जरूरत है। वे जानते हैं कि बिना हेलमेट के सवारी करना, ओवर स्पीडिंग और सीट बेल्ट न पहनना अवैध और जोखिम भरा है बावजूद इसके वे इन त्रुटियों को दोहराते रहते हैं। पिछले दो वर्षों में पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर जागरूकता अभियान के दौरान, बार-बार लें कटिंग और तेज रफ़्तार के मामले राज्य परिवहन विभाग के अफसरों के समक्ष आए हैं। 

    रिपीट ऑफेंडरों पर हो सख्त कार्रवाई 

    सीट बेल्ट न पहनने से संबंधित उल्लंघनों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी। जानकारों का मानना है कि सभी मामलों पर ध्यान देने से पहले एजेंसियों को ट्रैफिक नियमों के उलंघन के पहले और दूसरे मामलों को पूरी तरह निपटाना चाहिए। कहने का मतलब यह कि वाहन चालकों पर सख्त करवाई की जाए, ताकि वे एक या दो उल्लंघनों के बाद किसी भी नियम के उल्लंघन से पहले कई बार विचार करें।