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    पिंपरी : करोड़ों फूंकने के बाद भी पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) की सड़कों के डिवाइडर और चौराहों पर सजावटी पौधे लगाकर किया गया सुशोभीकरण और हरियाली सूख चुकी है। इसे गंभीरता से लेते हुए उद्यान विभाग (Garden Department) में यह काम करने वाले 11 ठेकेदारों (Contractors) को पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) की ओर से कारण बताओ नोटिस (Notice) भेजी गई हैं। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल (Pimpri-Chinchwad Municipal Commissioner Rajesh Patil) की इस दूसरी बड़ी कार्रवाई से ठेकेदारों में खलबली मच गई है।

    शहर की सड़कों पर डिवाइडर, चौराहों पर पौधे और हरियाली लगाकर सुशोभीकरण के लिए महानगरपालिका की ओर से 2 वर्ष की अवधि के लिए निविदा प्रक्रिया चलाई गई। इसके लिए महानगरपालिका हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है, लेकिन शहर की कई सड़कों पर डिवाइडर और चौराहों पर सुशोभीकरण नहीं किया जाता। कई स्थानों पर सजावटी पौधे और हरियाली सूख चुकी है। कचरा जमा हुआ है, जिससे शहर की सुंदरता बाधित होती है। इस तरह की शिकायतें मिलने के बाद महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल ने खुद शहर का निरीक्षण किया। उन्होंने संपूर्ण शहर की वीडियो शूटिंग की जिसमें सारी वास्तविकता कैद हो चुकी है।

    इन ठेकदारों को कारण बताओ नोटिस 

    इसके अनुसार महानगरपालिका कमिश्नर  ने तावरे फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज, कोमल स्वयंसेवी सेवा सहकारी संस्था, तुलजाभवानी सर्विसेज, जी. बी. एंटरप्राइजेस, मैत्री स्वयंरोजगार सेवा संस्था, प्रेरणा क्रिएटर्स, तावरे कंस्ट्रक्शन कंपनी, न्यू गार्डन गुरूज फार्म एंड नर्सरी, कल्याण स्वयंसेवी सेवा संस्था, अजीत स्वयंसेवी सेवा सहकारी संस्था और अथर्व स्वयंसेवी औद्योगिक सेवा सहकारी संस्था इन ठेकदारों को कारण बताओ नोटिस जारी की है। उन्हें इस बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है और काम में सुधार न होने पर कार्रवाई की चेतावनी महानगरपालिका कमिश्नर ने दी है। रोड डिवाइडर और चौराहों पर सुशोभीकरण के काम उद्यान विभाग के अधिकारियों ने ठीक से नहीं करवाया। इसलिए काम की उपेक्षा करने तथा काम में कोताही बरतने के लिए उद्यान विभाग के उपायुक्त सुभाष इंगले और उद्यान अधीक्षक गोरख गोसावी को भी कारण बताओ नोटिस भेजी गई है।