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    पिंपरी: कोरोना से पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के राजस्व (Revenue) में गिरावट आई है। इसका असर बजट (Budget) पर देखने को मिल रहा है। इससे विकास कार्य भी प्रभावित होंगे। आय बढ़ाने के लिए कर संकलन विभाग के लिए बकाया संपत्ति कर (Outstanding Property Tax) वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मार्च के अंत तक अधिकतम कर संग्रह के लिए बकाया की वसूली के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में लेकर कर संग्रह विभाग ने बड़े बकायेदार रहे 13 हजार संपत्ति धारकों को नोटिस (Notice) जारी की गई है।

    पिंपरी-चिंचवड़ शहर में कुल साढ़े पांच लाख संपत्ति महानगरपालिका के पास दर्ज है। एक लाख से अधिक संपत्ति कर बकाया रखने वालों में 27,714 बड़े बकायादार शामिल हैं। इसमें औद्योगिक सहित आवासीय और गैर-आवासीय संपत्तियां शामिल हैं। मपिंपरी-चिंचवड़  महानगरपालिका के कर संग्रह विभाग ने करीब 13,000 संपत्ति मालिकों को नोटिस जारी किया है। 

    कोरोना के कारण कर की वसूली में आई कमी 

    कर संग्रहण विभाग से एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, एक लाख से अधिक संपत्ति कर बकायावाले संपत्ति मालिकों की संख्या 27 हजार 714 है। इसमें एक से पांच लाख रुपए तक के संपत्ति कर बकाया की संख्या 20 हजार 561 है। उसमें 10,600 आवासीय संपत्ति के मालिक, 6,618 औद्योगिक और 3,343 मिश्रित बकाया शामिल हैं। पांच लाख से अधिक बकाया वाले संपत्ति मालिकों की संख्या 4,153 है। इसमें 1,279 आवासीय, 1,612 गैर-आवासीय, 929 मिश्रित और 333 औद्योगिक संपत्तियां शामिल हैं। उनसे संपत्ति कर का बकाया वसूल करने की चुनौती से कर संग्रह विभाग को जूझना पड़ रहा है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण पिंपरी-चिंचवड़ के कर संग्रह में गिरावट आई है, जिससे महानगरपालिका को कई विकास कार्यों को रोकना पड़ा है। साथ ही कर की वसूली में भी काफी कमी आई है।