
पिंपरी: प्रॉपर्टी टैक्स (Property Tax) का बकाया वसूलने के लिए पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के कराधान और कर संग्रहण विभाग की ओर से बकाया संपत्ति मालिकों (Outstanding Property Owners) के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करना शुरू कर दिया है। कराधान और कर संग्रहण विभाग ने 50 हजार से ज्यादा टैक्स के 26 हजार 760, पांच लाख से अधिक बकाया वाले 1,361 और एक बार भी संपत्ति कर का भुगतान नहीं करने वाले 3,850 संपत्ति धारकों को जब्ती कार्रवाई की नोटिस (Notice) जारी की है। इन कुल 31 हजार 971 संपत्तिधारकों पर 631 करोड़ रुपए का कर बकाया है, जिसे वसूलने के लिए अब प्रशासन ने कड़ें कदम उठाना शुरू कर दिया है।
पिंपरी-चिंचवड शहर में 5 लाख 79 हजार संपत्तियां दर्ज हैं। चालू वित्त वर्ष में अब तक करीब तीन सौ करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया जा चुका है। कर संग्रहण का कार्य महानगरपालिका के 17 संभागीय कार्यालयों के माध्यम से किया जाता है। पिछले साल कर संग्रहण विभाग ने 625 करोड़ रुपए टैक्स जमा किया था। हालांकि इस वर्ष के बजट में विभाग के लिए एक हजार करोड़ रुपए का लक्ष्य तय किया है।
नई योजनाओं को लागू कर रहा महानगरपालिका
इसको पूरा करने के लिए कराधान और कर संग्रहण विभाग के सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने प्रयास शुरू किए हैं। इस संबंध में कर संग्रह विभाग लगातार नई योजनाओं को लागू कर रहा है। शहर में अधिकतम संपत्ति कर लाने के लिए कर संग्रह विभाग ने मेरी प्रॉपर्टी मेरा कर निर्धारण योजना योजना शुरू की है। बड़ी संख्या में संपत्तियां इस योजना के दायरे में आ गई हैं। इसके साथ ही जनसंवाद की तर्ज पर महीने के आखिरी शनिवार को कर संवाद सभा का भी आयोजन किया जा रहा है।
3,850 बकायेदारों ने कभी किया नहीं भुगतान
बकाया प्रॉपर्टी टैक्स की प्रभावी वसूल करने के लिए कर संग्रहण विभाग ने उन 26 हजार 760 संपत्ति मालिकों की सूची निकाली है, जो 50 हजार से राशि का अधिक संपत्ति कर के बकाया हैं। इसके अलावा 1361 जो पांच लाख से अधिक और 3850 ऐसे बकायेदारों का समावेश है जिन्होंने एक बार भी संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है। इसी के तहत कुल 31 हजार 971 संपत्ति मालिकों को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि उनकी संपत्ति क्यों न जब्त की जाए। इन सभी संपत्ति मालिकों पर शास्ति कर यानी पेनल्टी टैक्स को छोड़कर 631 करोड़ रुपए का बकाया है। सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने इन सभी संपत्ति मालिकों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द टैक्स का भुगतान कर महानगरपालिका का सहयोग करें। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कर का शीघ्र भुगतान नहीं किया गया तो उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।
चिखली में सबसे ज्यादा बकायेदार
महानगरपालिका की ओर से कर वसूली के लिए शहर में 17 संभागीय कार्यालय हैं। इन कार्यालयों के तहत पांच लाख से अधिक बकाया राशि के साथ 1361 व्यावसायिक बकायेदार हैं। इन पर 216 करोड़ रुपए का संपत्ति कर बकाया है। सबसे ज्यादा बकायेदारों वाले संभागीय कार्यालयों में चिखली में सर्वाधिक 209, वाकड में 146, भोसरी में 128, दापोडी, फुगेवाड़ी में 117, आकुर्दी में 112, चिंचवड़ में 105, थेरगांव में 100 बकायेदार हैं। संपत्ति के निर्माण के बाद से एक बार भी कर का भुगतान नहीं किए गए संपत्तियों के भी चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 13 अगस्त को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कर संग्रह विभाग ने इन 3,850 संपत्ति मालिकों को नोटिस भेजा है। उन पर 23 करोड़ 25 लाख रुपए का बकाया है।
26,760 संपत्ति धारकों पर जब्ती कार्रवाई
कर संग्रह विभाग तीन चरणों में बकायेदार संपत्ति धारकों के खिलाफ जब्ती की कार्रवाई करेगा। पहले चरण में पांच लाख से अधिक की बकाया 1,361 व्यावसायिक संपत्तियों, दूसरे चरण में 3,850 संपत्ति धारकों के खिलाफ, जिन्होंने एक बार भी संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है और तीसरे चरण में 26 हजार 760 धारकों के खिलाफ जब्ती की कार्रवाई की जाएगी, जिन पर 50 हजार से ऊपर संपत्ति कर बकाया है। महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह कर संग्रह विभाग को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने पर जोर दे रहे हैं। सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने कहा कि कमिश्नर सिंह ने निर्देश दिए हैं कि एक हजार करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास और आवश्यक कदम उठाए जाएं।