पुणे: नाशिक (Nashik) का अंगूर, प्याज अब केवल दो घंटे में पुणे (Pune) के बाजार (Market) में उपलब्ध हो सकता है। यह संभव होगा सेमी हाईस्पीड ट्रेन (Semi High Speed Train) की वजह से। पुणे-नाशिक (Pune-Nashik) के 235 किलोमीटर लंबे क्षेत्र का चेहरा भी पूरी तरह से बदल जाएगा।
पुणे और नाशिक राज्य का सबसे अमीर औद्योगिक और कृषि पट्टे वाला क्षेत्र है। इन दोनों प्रमुख शहरों को हाईस्पीड रेल लाइन से जोड़ने के लिए महाराष्ट्र रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (महारेल) ने सेमी हाईस्पीड ट्रेन शुरू करने का प्रोजेक्ट हाथ में लिया है। इस प्रोजेक्ट को हाल ही में रेल मंत्रालय ने ग्रीन सिग्नल दिखाया है। इस प्रोजेक्ट की वजह से पुणे-नाशिकरोड की ट्रैफिक कम होने के साथ ही समय, ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी लाने के साथ कृषि और औद्योगिक क्षेत्र को फायदा होगा।
इन पट्टे की प्रमुख कृषि उत्पादन
- पुणे जिले के जुन्नर, नारायणगांव, मंचर, आलेफाटा की सब्जियां, अंगूर, प्याज, फल और फूल देश के विभिन्न भागों में भेजे जाते हैं।
- रेलवे लाइन के दोनों तरफ पचास किलोमीटर के परिसर में दूध उत्पादन, सब्जी, फल और गन्ने का प्राथमिक उत्पादक कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
- मंचर, जुन्नर, संगमनेर, सिन्नर के गन्ने पर प्रक्रिया करने वाले शक्कर कारखाने है। इन कारखानों को इसका फायदा होगा।
- विभिन्न कृषि, दूध प्रक्रिया केंद्र और खाद्य प्रक्रिया उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
- नाशिक के गन्ने, प्याज को अन्य भागों में भेजना संभव होगा।
रेलवे लाइन के कारण ये होगा फायदा
- किसानों को कृषि माल बाजार समिति तक पहुंचाना संभव होगा।
- माल ढुलाई तेज और कम कीमत पर होगी।
- खराब होने वाले मालों के लिए पार्सल वैन की सुविधा।
- पुणे सहित देश के बाजारों में माल भेजने के लिए यह लाइन उपयोगी साबित होगी।
- पुरंदर के प्रस्तावित एयरपोर्ट से माल ढुलाई संभव होगा।
- 80 फीसदी अनाजों की ढुलाई बढ़ने की संभावना।
- प्रोजेक्ट तैयार करने के दौरान कम से कम 25 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
- जमीन की कीमत में भारी बढ़ोत्तरी होगी।
चाकण स्टेशन
- यह प्रमुख माल ढुलाई भंडारण स्टेशन होगा।
- यात्रियों की सुविधा के लिए तलेगांव चाकण शिक्रापुर हाइवे से सटा स्टेशन होगा।
- रेलवे साइडिंग, ऑटोयार्ड, लोंडिंग और गोदाम सुविधा होगी।
राजगुरु नगर
- यह स्टेशन यात्रियों के यात्रा के लिए है।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र को जोड़ेगायह स्टेशन।
मंचर
- बाजार समिति होने की वजह से यात्रियों के साथ कृषि उत्पादन की माल ढुलाई की सुविधा होगी।
- मंचर से चिंचोली रोड़ नेशनल हाइवे से जुड़ेगी।
नारायण गांव
- कृषि उत्पादन और निजी माल ढुलाई स्टेशन के रूप में विकसित होगा।
- टमाटर, प्याज और आलू देश के विभिन्न भागों में भेजना संभव होगा।
- स्टेशन को हाइवे से जोड़ा जाएगा।
संगमनेर
- राज्य हाइवे को जोड़ा जाएगा।
- दूध उत्पादन, यात्रा परिवहन, स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी और सब्जियों की ढुलाई को गति मिलेगी।
सिन्नर
- माल ढुलाई भंडारण स्थापित किया जाएगा।
- महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के लिए यह स्टेशन फायदेमंद साबित होगा।
नाशिकरोड
- जिले के कृषि उत्पादन को देशभर में भेजना संभव होगा।
- नाशिक-मनमाड रेलवे लाइन पर ये स्टेशन होगा।