पिंपरी-चिंचवड़ में सड़कों की सफाई के ठेके में अब फर्जी बैंक गारंटी देने का मामला उजागर

  • सिक्योर आईटी फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी की धांधली
  • भाजपा नगरसेवक तुषार कामठे ने किया पर्दाफाश

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पिंपरी: सड़कों की सफाई (Roads Cleaning) के ठेके (Contracts) में 55 करोड़ रुपए का घोटाला (Scam) सामने लाने के बाद अब भाजपा नगरसेवक तुषार कामठे (Corporator Tushar Kathe) ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में चौंकाने वाला खुलासा किया है। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) ने सड़क सफाई का ठेका हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेजों को पेश करने के बाद संबंधित कंपनी द्वारा फर्जी बैंक गारंटी (Fake Bank Guarantee) जमा की गई है। इस कंपनी ने लगभग 8 करोड़ की बैंक गारंटी के जो दस्तावेज जोड़े हैं, वह फर्जी रहने की जानकारी खुद उसी बैंक ने लिखित रूप से दी है।

नगरसेवक कामठे ने इससे पहले महानगरपालिका की सर्वसाधारण सभा में अ व ब क्षेत्रीय कार्यालय परिक्षेत्रों की सड़कों की सफाई के ठेके में 55 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप का पर्दाफाश किया था। संबन्धित सिक्योर आईटी फैसिलिटी कंपनी ने यह ठेका हासिल करने के लिए इंदापुर नगर परिषद और तुलजापुर, जिला उस्मानाबाद का अनुभव प्रमाणपत्र जोड़ा था, जोकि फर्जी पाए गए हैं। कामठे ने सदन को यह बताया गया कि दोनों नगरपरिषदों के मुख्याधिकारियों के जाली हस्ताक्षर से अनुभव प्रमाणपत्र और फर्जी लेटरहेड जमा किए थे। महानगरपालिका की सतर्कता समिति क्या जांच करती है? कामठे ने यह सवाल भी उठाया था।  हालांकि महानगरपालिका प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

 कोई बैंक गारंटी जारी नहीं की गई, बैंक ने किया खुलासा

इसी बीच, सिक्योर आईटी फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी द्वारा उक्त ठेका हासिल करने के लिए पेश की गई बैंक गारंटी फर्जी रहने की जानकारी सामने आई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुंबई फोर्ट ब्रांच के मैनेजर उलगनाथन वी ने ऐसा लिखित पत्र नगरसेवक कामठे को दिया है। बीजी संख्या SBILG00004731679020 और SBILG00004731679019 दोनों फर्जी बैंक गारंटी हैं और बैंक प्रशासन द्वारा ऐसी कोई बैंक गारंटी जारी नहीं की गई है, इसका लिखित में खुलासा किया गया है। इसलिए, यह स्पष्ट हो गया है कि सिक्योर आईटी फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी ने महानगरपालिका प्रशासन की ओर से एक बड़ी धोखाधड़ी की है। इससे पहले इंदापुर नगर परिषद, तुलजापुर नगर परिषद के जाली कार्य आदेशों के साक्ष्य, महानगरपालिका की आम बैठक में नगर परिषद के सभी सदस्यों के सामने फर्जी हस्ताक्षर करके प्रस्तुत किया गया। तब से यह साबित हो गया है कि संबंधित सिक्योर आईटी फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी ने फर्जी बैंक गारंटी पेश करके प्रशासन को जानबूझकर धोखा दिया है। पार्षद तुषार कामठे ने यह भी मांग की है कि निगम आयुक्त राजेश पाटिल कानूनी कार्रवाई करें और निगम को धोखा देने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करें।

फर्जी कंपनी के पीछे राजनीतिक आशीर्वाद?

एक राजनेता के आशीर्वाद के बिना आम आदमी के टैक्स के पैसे से की जाने वाली टेंडर प्रक्रिया में कोई भी कंपनी इतना गलत नहीं कर सकती है। इस फर्जीवाड़े के सबूत पेश करने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहा प्रशासन, यह पिंपरी-चिंचवडकर के साथ धोखाधड़ी है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। पार्षद कामठे ने कहा कि हम पुलिस कमिश्नर कृष्णप्रकाश को संबंधित संगठन द्वारा जमा किए गए जाली दस्तावेज, फर्जी हस्ताक्षर और अब फर्जी बैंक गारंटी के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करेंगे। मैंने बार-बार प्रशासन से सिक्योर आईटी कंपनी द्वारा जमा की गई ईएमडी के बारे में पूछा, लेकिन मैंने जानबूझकर देने से परहेज किया। क्योंकि मेरा स्पष्ट आरोप है कि संबंधित ईएमडी एक पूर्व महापौर के बैंक खाते से जमा की गई है। मैंने मुंबई में एनआईसी में संबंधित ईएमडी के बारे में जानकारी मांगी है। मैं इसे जल्द ही प्राप्त करूंगा और पूर्व महापौर का नाम जल्द ही सबके सामने प्रकट किया जाएगा। 

बैंक भी दर्ज कराएगा मामला

एसबीआई बैंक सिक्योर आईटी फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज करेगा। मैं महानगरपालिका के कमिश्नर से यह भी जानकारी मांगूंगा कि इस तरह की कितनी फर्जी बैंक गारंटी महानगरपालिका के पास जमा की गई है और मैं उसका सत्यापन करूंगा। मुझे कमिश्नर और उनके तौर-तरीकों पर पूरा भरोसा है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि वे इस मामले में तुरंत आपराधिक मामला दर्ज करेंगे। महानगरपालिका  के ट्रस्टी के रूप में मुझे आपराधिक मामला दर्ज करने का भी अधिकार है यदि उन्होंने मामला दर्ज करने में देरी की है, नगरसेवक कामठे ने यह भी संकेत दिया है।