Crime
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    पिंपरी: बढ़ते नागरीकरण के मद्देनजर आपराधिक वारदातों पर लगाम कसने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) के लिए अलग पुलिस आयुक्तालय की स्थापना की गई। हालांकि आपराधिक वारदातें कहीं कम होती नजर नहीं आ रही। शहर में हत्या (Murder), हत्या का प्रयास (Attempt to Murder),  बलात्कार (Rape) जैसे गंभीर आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है। पिछले साल यानि 2021 में हुई हत्या की वारदातों के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो शहर में हर चार दिन में एक हत्या हो रही है। 2020 में यह प्रमाण साढ़े पांच दिन था। दिसंबर 2021 तक कुल 83 हत्या की वारदातें दर्ज हुई हैं। 

    मामूली झगड़े और परिणामी आक्रोश हत्या के सबसे आम कारण हैं। एक-दूसरे को खुन्नस से देखने के कारण व्यक्तिगत झगड़े, हत्याएं हुई हैं। इसके अलावा वित्तीय लेन-देन, नशा, पूर्वाग्रह के साथ-साथ यौन कारणों से हत्याएं हुई हैं। जनवरी से नवंबर 2021 के बीच 76 लोगों की हत्या की घटनाएं हुई थी, जबकि अकेले दिसंबर में सात हत्याएं हुई। वर्ष के दौरान किए गए 83 अपराधों में से 77 मामलों को पुलिस ने सुलझा लिया है।

    शहर में गैंगवार का भी हुआ अनुभव

    दिसंबर में शहर ने गैंगवार का अनुभव किया। सांगवी थाना क्षेत्र में दिन भर अपराधियों ने एक अपराधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपी पुलिस को चुनौती देते हुए निकल गए। पुलिस कमिश्नर को आरोपी को पकड़ने के लिए जाना पड़ा। इस मामले में आरोपित को पकडऩे के दौरान आरोपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ भी हुई। आखिरकार पुलिस ने आरोपियोंको पकड़ लिया।

    मामूली वजहों से भी हत्या हुई

    सांगवी के बाद चाकन पुलिस थाने की सीमा में एक पहलवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले के आरोपियों को भी पुलिस ने धरदबोचा है। जैसे-जैसे गोलीबारी और हत्याओं की संख्या बढ़ रही है, यह सवाल भी सामने आया है कि ये हथियार कहां से आते हैं। यहां तक ​​कि छोटी से छोटी वजह भी हत्या जैसे गंभीर अपराध को अंजाम देने के लिए काफी है।  हत्याएं कार साइड में लेने, कार से टकराने, खुन्नस से देखने, कथित बहन को छूने जैसे मामूली वजहों से भी हत्या हुई हैं। सबसे गंभीर मुद्दा हत्या सहित कई अन्य अपराधों में नाबालिगों की संलिप्तता है। किशोर उम्र के बच्चे अपराध की ओर रुख कर रहे हैं। यह वह कैंसर है जिसने शहर के विकास को त्रस्त कर दिया है। इस बारे में सोचने और ठोस समाधान निकालने की जरूरत है।

    वर्ष के दौरान हुई हत्याएं

    • जनवरी – 2
    • फरवरी – 8
    • मार्च – 4
    • अप्रैल – 7
    • मई – 5
    • जून – 4
    • जुलाई – 5
    • अगस्त – 12
    • सितंबर – 14
    • अक्टूबर – 6
    • नवंबर – 8
    • दिसंबर – 7