Photo - Air India
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    पुणे: लोहगांव एयरपोर्ट पर रनवे से कुछ ही दूरी पर गड्ढों में सीवेज (Sewage) का पानी (Water) जमा होने से गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। इससे सिवेज पर आने वाले पक्षियों से विमान (Aircraft) उड़ाने में खतरा हो सकता है। ऐसी शिकायत एयरपोर्ट अथॉरिटी (Airport Authority) ने पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) के अधिकारियों को दिया। जिसके पास हरकत में आए पीएमसी (PMC) ने इसे गंभीरता से लिया। 11 गांवों की ड्रेनेज लाइन का काम शुरू करते समय नालों का काम यहीं से शुरू करने का निर्णय लिया है।

    हाल ही में महानगरपालिका के अधिकारियों और हवाईअड्डा प्राधिकरण के अधिकारियों ने हवाई अड्डे और उसके आसपास की समस्याओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, रनवे के पास जहां विमान उतरते हैं, वहां एक गड्ढा दिखाई पड़ा। इस गड्ढे में आसपास के क्षेत्र से सीवेज का पानी जमा होता है।

    तत्काल काम शुरु करने का निर्णय 

     इस सीवेज में पनपे कीड़ों को खाने के लिए बडी संख्या में पक्षी आते हैं। इन पक्षियों के कारण विमान उड़ाने  में खतरा हो सकता है। ऐसी आशंका जताई जा रही है। इसलिए इस सीवेज समस्या का जल्द से जल्द किया जाना चाहिए, ऐसा एयरपोर्ट अथॉरिटी ने महानगरपालिका के अधिकारियों को बताया।  पीएमसी के अधिकारियों ने भी इस संबंध में तत्काल काम शुरु करने का निर्णय लिया है। हाल ही में 11 गांवों में ड्रेनेज लाइन का काम शुरू किया गया है। इसके तहत पीएमसी प्रशासन ने यहां ड्रेनेज लाइन विकसित करने का निर्णय लिया है।

    लोहगांव के शेष इलाके को हाल ही में पीएमसी में शामिल किया गया है। इस क्षेत्र में सीवेज सिस्टम नहीं होने के कारण खुले में गड्ढों में पानी जमा हो जाता है। इसलिए पक्षी जमा पानी के कीड़ों को खाने आते हैं। ये पक्षी विमान के लिए असुविधा का कारण बन सकते हैं। इस स्थान पर संयुक्त निरीक्षण के तुरंत बाद ड्रेनेज लाइन विकसित करने का निर्णय लिया गया है। यह काम दो दिन पहले ही शुरू किया गया है।

    - जगदीश खानोरे, अधीक्षक अभियंता, सीवेज विभाग, पुणे महानगरपालिका