पिंपरी : पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के कराधान (Taxation) और कर संग्रह विभाग (Tax Collection Department) ने बार-बार अपील करने के बावजूद संपत्ति कर (Property Tax) बकाएदारों (Defaulters) के खिलाफ अब आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। इस कड़ी में चार वर्ष से अधिक समय से जिन सम्पत्तियों का मूल कर बकाया एक लाख रुपये से अधिक है, उनके नाम अगले सप्ताह से समाचार पत्रों सहित सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर प्रकाशित किये जायेंगे।
इस बारे में कराधान और कर संग्रहण विभाग के सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि, संपत्ति कर के इन बकाएदारों में न केवल आवासीय संपत्ति के मालिक बल्कि विभिन्न कंपनियां, संगठन, पेशेवर आदि शामिल हैं। चार वर्षों से ज्यादा समय से संपत्ति कर बकाया संपत्तियों की संख्या 1 लाख 186 है और इन पर कुल 305 करोड़ 69 लाख 75 हजार रुपए बकाया है।
विभाग ने बकाएदारों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया
महानगरपालिका के कराधान और कर संग्रहण विभाग ने इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में संपत्ति कर संग्रहण के लिए 1000 करोड़ का लक्ष्य रखा है। वित्तीय वर्ष की शुरुआत से यानी 1 अप्रैल 2022 से अब तक महानगरपालिका कोषागार में 600 करोड़ रुपए की संपत्ति कर की वसूली की जा चुकी है। इस बीच, इस वित्तीय वर्ष के लिए संपत्ति कर संग्रह लक्ष्य को पूरा करने के लिए केवल दो महीने शेष हैं। इसलिए विभाग ने बकायेदारों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।
कर संग्रह विभाग ने बार-बार नोटिस देने के बावजूद कर बकाएदारों के नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। सर्वप्रथम उन संपत्ति स्वामियों के नाम प्रकाशित किये जायेंगे जिनका मूल संपत्ति कर चार वर्ष से एक लाख रुपए से अधिक बकाया है। इसमें सबसे पहले गैर आवासीय संपत्ति के मालिक यानी औद्योगिक, वाणिज्यिक आदि संपत्ति के मालिकों के नाम प्रकाशित किए जाएंगे। इन संपत्ति स्वामियों की सूची तैयार करने का काम भी अंतिम चरण में पहुंच गया है।
कराधान और कर संग्रह विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले चार साल में संपत्ति कर का भुगतान नहीं करने के कारण एक लाख से अधिक बकाया वाले संपत्ति मालिकों की संख्या 1 लाख 186 है। इन सभी पर कुल 305 करोड़ 69 लाख 75 हजार 284 रुपए बकाया है। इसमें आवासीय संपत्तियों की संख्या 84 हजार 557 और बकाया राशि 168 करोड़ 48 लाख 8 हजार 143, अनावासीय संपत्तियों की संख्या 12 हजार 973 और बकाया राशि रुपए है। रिक्त भूखण्डों की संख्या 2222 है और उन पर 39 करोड़ 54 लाख 16 हजार 829 संपत्ति कर बकाया है। कराधान और कर संग्रह विभाग द्वारा इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की योजना के साथ बार-बार संपत्ति कर जमा करने की अपील के बावजूद संपत्ति कर देने में आनाकानी करने वाले संपत्ति मालिकों की समस्या बढ़ गयी है।
कराधान और कर संग्रह विभाग संपत्ति कर संग्रह लक्ष्य को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत कर रहा है। बकाएदारों को नोटिस देने, जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि जनशक्ति की कमी को देखते हुए हर जगह जब्ती की कार्यवाही करना संभव नहीं है। इसलिए चार साल से प्रॉपर्टी टैक्स चुकाने से बचने वालों के नाम अखबार में प्रकाशित करने का फैसला किया है।
- नीलेश देशमुख, सहायक आयुक्त, कराधान और कर संग्रह विभाग।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका का संपत्ति कर संग्रह लक्ष्य 1000 करोड़ है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कराधान और कर संग्रह विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जी जान से जुटे हुए हैं। हालांकि कुछ संपत्ति मालिक बार-बार नोटिस देने के बावजूद संपत्ति कर का भुगतान नहीं कर रहे हैं, ऐसे में महानगरपालिका को सख्त रुख अख्तियार करना पड़ रहा है।
- शेखर सिंह, कमिश्नर और प्रशासक।