pay and park in pimri chinchwad

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    पिंपरी: अनुशासनहीन ट्रैफिक पर लगाम कसने और राजस्व बढ़ाने के दोहरे उद्देश्य से पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) ने शहर में 20 जगहों पर ‘पे एंड पार्क’ योजना (Pay and Park Scheme) शुरू की है। हालांकि यह योजना अब ठंडे बस्ते में जाती नजर आ रही है क्योंकि इस काम का ठेका लेनेवाली ठेकेदार कंपनी ने ‘पे एन्ड पार्क’ का काम छोड़ दिया है। इसका पत्र (Letter) भी उसने महानगरपालिका को भेजा है। इसमें ‘आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया’ वाली बात साबित होने से इसका ठेका छोड़ने की बात कही गई है।

    महानगरपालिका के खजाने में आय बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं। इसका एक हिस्सा शहर में ‘पे एंड पार्क’ योजना को लागू करना भी है। महानगरपालिका ने शहर में 396 जगहों पर ‘पे एंड पार्क’ करने की तैयारी की है। पहले चरण में महानगरपालिका ने 80 स्थानों पर ‘पे एंड पार्क’ करने का निर्णय लिया। ‘पे एंड पार्क’ के लिए सड़क पर सफेद पट्टे की मार्किंग की गईं। कहीं-कहीं लोहे के बैरिकेड्स भी लगा दिए गए हैं। वाहन चालकों को ‘पे एंड पार्क’ के बारे में सूचित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर बोर्ड भी लगाए गए थे।

    पीसीएमसी ने बनाए छह पैकेज

    महानगरपालिका ने ‘पे एंड पार्क’ के छह पैकेज बनाए।  इन्हीं पैकेजों में से एक रहे बीआरटी रोड पर बिल्डरों द्वारा महानगरपालिका को ‘पे एंड पार्क’ स्पेस दिया गया। शेष पांच पैकेजों में पुणे-मुंबई रोड पर नासिकफाटा से निगडी, चापेकर चौक, टेल्को रोड, स्पाइन रोड, औंध-रावेत बीआरटी रूट, केएसबी चौक-हिंजवड़ी (बिड़ला अस्पताल के पास मार्ग, ऑटो क्लस्टर-कालेवाड़ी फ़ाटा) आदि 20 मार्गों पर ‘पे एंड पार्क’ शुरू हुआ। वेतन आदि पर व्यय और पार्किंग से प्राप्त राशि का 50 प्रतिशत महानगरपालिका और शेष 50 प्रतिशत ठेकेदार को देने का निर्णय लिया गया। इसी के तहत क्रियान्वयन भी शुरू हुआ।

    कंपनी लिखा महानगरपालिका को पत्र

    इस संबंध में महानगरपालिका ने ठेकेदार कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए गए थे। इसमें हिस्सा लेनेवाले ठेकेदारों में से निर्मला ऑटो केयर को ‘पे एंड पार्क’ का काम दिया गया। हालांकि, पिछले छह महीनों के लिए कर्मचारियों के वेतन आदि पर खर्च और होनेवाली आय को देखते हुए, हम ‘पे एंड पार्क’ करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। कंपनी ने महानगरपालिका को पत्र लिखकर सूचित किया है कि वह इस ठेके से पीछे हट रही है।

    टोइंग वैन भी उपलब्ध कराई गई

    ‘पे एंड पार्क’ को बढ़ावा देने और अनियंत्रित चालकों में अनुशासन लाने के लिए महानगरपालिका और यातायात पुलिस ने पुलिस कार्रवाई के लिए टोइंग वैन भी उपलब्ध कराई हैं। हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार के पीछे हटने के बाद यह योजना ठंडे बस्ते में चली जाएगी।