पुणे : आजादी के बाद पहली बार आम लोगों को कमर तोड़ने वाली महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र (Maharashtra) सहित देश की जनता को लूटने का काम मोदी सरकार (Modi Government) कर रही है। आसमान छू रही ईंधन की कीमत (Fuel Price) में बढ़ोतरी मोदी सरकार का पाप है। पेट्रोल 5 रुपए और डीजल 10 रुपए कम करना मतलब लोगों के जख्म को कुरेदना और जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है। राज्य में पेट्रोल-डीजल 50 रुपए प्रति लीटर करने की मांग पुणे से संभाजी ब्रिगेड ने की है।
80 रुपए पेट्रोल-डीजल होने पर हल्ला मचाने वाली स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी, राजनाथ सिंह अब कही नजर नहीं आ रहे है। क्योंकि इनमें सत्ता की मस्ती और पद की सुस्ती चढ़ गई है। नरेंद्र मोदी और उनकी टीम को इस देश को लूटना है। सभी सरकारी कंपनियां अडानी अंबानी को बेचकर देश की अधिकतर व्यवस्था का निजीकरण किया गया है। देशभक्ति के सपने दिखाकर और अच्छे दिन का झांसा देकर इस देश को रसातल में पहुंचा दिया गया है। यह संघ की वास्तविकता है। थोड़ा सा ज्ञान किराए पर लेकर तत्काल ईंधन की कीमत 50 फीसदी तक कम करना चाहिए। पेट्रोल और डीजल प्रति लीटर 50 रुपए करना चाहिए।
महंगाई ने आम लोगों का जीना मुश्किल किया
देश में जीएसटी का नया टैक्स सिस्टम नरेंद्र मोदी सरकार ने लाया। इसे ईंधन से बाहर रखा गया। पेट्रोल- डीजल, गैस ये सभी चीजें जीएसटी के दायरे में लाने की मांग संभाजी ब्रिगेड ने की है। आम लोगों की दिवाली तीखी करने वाली केंद्र सरकार और चुप बैठने वाले राज्य के सभी विधायक, सांसद, मंत्री, उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री को शुभकामना नहीं देंगे। क्योंकि महंगाई ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।