Pimpri Chinchwad mobile recovered

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पिंपरी: तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर चोरी हुए मोबाइलों (Mobiles) की जांच करते हुए पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ( Pimpri-Chinchwad Police) की क्राइम ब्रांच की यूनिट-1 ने 7 लाख 10 हजार रुपए मूल्य के 69 मोबाइल जब्त किए हैं। एमआईडीसी भोसारी थाने (MIDC Bhosari Police Station) और सांगवी थाने (Sangvi Police Station) में जबरन चोरी के आठ मामले और सेंधमारी का एक मामला उजागर हुआ है। इस मामले में सोमा दुर्गप्पा चौधरी (19) और मुदस्सर अहमद सैय्यद (21) को गिरफ्तार कर एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है।

पिंपरी-चिंचवड़ में मोबाइल फोन चोरी के बढ़ते अपराध की जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने समानांतर जांच की। चोरी हुए मोबाइल फोन के तकनीकी विश्लेषण से आरोपी की पहचान हो गई। पुलिस ने उक्त तीनों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। उनके पास से 69 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इनमें से 23 मोबाइल फोन को लेकर जबरन चोरी के आठ मामले और सेंधमारी का एक मामला सामने आया है। इसमें एमआईडीसी भोसरी थाने में सात और सांगवी थाने में दो अपराध प्रकाश में आए हैं।

पिंपरी-चिंचवड़ शहर इलाके से 69 मोबाइल फोन चोरी किए

आरोपी कुछ दिन पहले एक जगह काम करते थे। बाद में काम छोड़कर उन्होंने मोबाइल फोन चोरी करना शुरू कर दिया। तीनों ने मिलकर पिंपरी-चिंचवड़ शहर इलाके से 69 मोबाइल फोन चुरा लिए। इनमें जबरन चोरी के 23 और मोबाइल फोन मामले में दर्ज चोरी के नौ मामले प्रकाश में आए हैं। बाकी 46 मोबाइल फोन के मूल मालिकों की तलाश जारी है। 18 मोबाइल फोन उनके मूल मालिकों को वापस कर दिए गए हैं। इस कार्रवाई को यूनिट-1 के पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर काटकर, वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक संजय तुंगार (सायबर क्राइम), पुलिस उपनिरीक्षक इम्रान शेख, कर्मचारी फारुक मुल्ला, प्रमोद हिरलकर, उमाकांत सरवदे, स्वप्नील महाले, मारुती जायभाय, विशाल भोईर व तकनीकी विश्लेषक नागेश माली ने अंजाम दिया।