
पुणे: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने पुणे महानगरपालिका (PMC) की सीमा के तहत फुरसुंगी (Phursungi) और उरुली देवाची गांवों की नई नगरपालिका बनाने के आदेश दिए हैं। इस नगरपालिका के माध्यम से इन गांवों के नागरिकों की नागरिक सुविधाओं की समस्या का समाधान होगा। साथ ही सीएम का मानना है कि नागरिकों की भागीदारी के माध्यम से विकास कार्यों की बात आने पर यह नगरपालिका सर्वश्रेष्ठ में से एक बन जाएगी।
इस बाबत सीएम शिंदे की अध्यक्षता में उनके सरकारी निवास वर्षा में बैठक हुई। बैठक में पूर्व राज्य मंत्री विजय शिवतारे, शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव भूषण गगरानी, पीएमसी के कमिश्नर विक्रम कुमार, पुणे के कलेक्टर राजेश देशमुख और इन दोनों गांवों के स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
प्रशासन और नागरिक समन्वय बनाकर काम करें
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि फुरसुंगी और उरुली देवाची के नागरिकों को अपनी नगरपालिका को महाराष्ट्र राज्य में सर्वश्रेष्ठ में से एक बनाने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। इसके अलावा, पीएमसी से इन दो गांवों में नागरिक सुविधाओं से संबंधित परियोजनाओं और योजनाओं में सहायता प्रदान करने की उम्मीद है। सीएम ने प्रशासन और नागरिकों से भी समन्वय बनाकर काम करने की अपील की।
पुणे महापालिका हद्दीमध्ये समाविष्ट फुरसुंगी व उरुळी देवाची या गावांची नवी नगरपालिका करण्याचा निर्णय मुख्यमंत्री @mieknathshinde यांनी आज घेतला. नगरपालिकेच्या माध्यमातून या गावांतील नागरी सुविधांचा प्रश्न मार्गी लागेल. नागरी सहभागातून ही नगरपालिका सर्वोत्कृष्ट ठरेल- मुख्यमंत्री pic.twitter.com/9kdl05ZC8v
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) December 6, 2022
2017 में 11 गांवों को पीएमसी में शामिल किया गया था
उक्त बैठक में उपस्थित फुरसुंगी और उरुली देवाची के नागरिकों ने मुख्यमंत्री शिंदे को धन्यवाद दिया और कहा कि वे अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य नागरिक परियोजनाओं में सहयोग करेंगे जिन्हें पीएमसी द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। 2017 में 11 गांवों को पीएमसी में शामिल किया गया था। इसमें फुरसुंगी और उरुली देवाची के गांव शामिल थे। इन दोनों गांवों की कुल आबादी करीब 2-2.5 लाख है।