पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका चुनाव: ड्रा के बाद तस्वीर हुई साफ, कई मौजूदा नगरसेवकों को नहीं रहा वार्ड

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    पिंपरी: आरक्षित सीटों (Reserved Seats) का ड्रा (Draw) निकाले जाने के बाद पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) का आगामी चुनाव (Elections) की सियासी तस्वीरें साफ हो गई हैं। इस ड्रा में कई मौजूदा नगरसेवकों (Corporators) को झटका लगा है। आंकड़ों की मानें तो 8 से 10 नगरसेवकों को वार्ड ही नहीं रह गया है। कुछ मौजूदा नगरसेवकों पर सेफ वार्ड तलाशने की नौबत आयी है। वहीं कुछ वार्डों में कई रथी- महारथी आमने-सामने आने की संभावना बन गई है। कुल मिलाकर आने वाला महानगरपालिका चुनाव काफी रोचक होने वाला है।

    महानगरपालिका का यह चुनाव तीन सदस्यीय पद्धति से होना है। इसके लिए 46 वार्ड बनाए गए हैं जिनमें से सांगवी का एक वार्ड चार सदस्यों वाला है। इन 46 वार्डों से 139 नगरसेवक चुने जाने हैं जिसमें 69 पुरुष और 70 महिला नगरसेविका रहेंगी। 22 वार्ड एससी और 3 वार्ड एसटी के लिए आरक्षित हैं, जबकि 57 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है। 

    25 वार्डों में महिलाओं के लिए दो-दो सीटें आरक्षित

    25 वार्डों में महिलाओं के लिए दो-दो सीटें आरक्षित रह जाने से कई मौजूदा नगरसेवकों को झटका लगा है। खुले प्रवर्ग की महिलाओं के लिए 57 में से 45 सीटें सीधे तौर पर आरक्षित की गई, जबकि 12 सीटें ड्रा से आरक्षित की गई। उनमें वार्ड नंबर 40, 12, 36, 7, 21, 13, 1, 42, 8, 31, 27, 30 का समावेश है। 

    मौजूदा नगरसेवकों की दिक्कतें बढ़ी

    चिंचवड़गांव में महिलाओं के लिए दो सीटें आरक्षित रह जाने से दो मौजूदा नगरसेवकों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इसी तरह से पिंपरी कैंप वार्ड नंबर 30 में भी तीन में से दोनों सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, ऐसे में एक ओपन कैटेगरी की सीट के लिए बीजेपी नगरसेवक संदीप वाघेरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नगरसेवक डब्बू आसवानी के सामने रोड़ा है। पिंपले गुरव से बीजेपी नगरसेवक सागर अंगोलकर और अंबरनाथ कांबले में से एक को घर पर बैठना होगा। निर्दलीय नगरसेवक नवनाथ जगताप के वार्ड में भी समस्या है।  पिंपले गुरव में वार्ड 46 में एक पुरुष, एक एससी, दो महिला आरक्षण हैं। स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष अतुल शितोले, प्रशांत शितोले और मौजूदा नगरसेवक हर्षल ढोरे के एक बार फिर आमने-सामने होने की संभावना है। 

    रोचक होगा महानगरपालिका का चुनाव

    साथ ही, भोसरी गांव में दो महिला आरक्षण गिर गए हैं, संतोष लोंढे और दो स्थायी समितियों के पूर्व अध्यक्ष आमने-सामने होंगे। चिखली में भी दो मौजूदा पुरुष पार्षदों में से एक को घर बैठना होगा। कालेवाड़ी में दो महिलाओं के आरक्षण के कारण राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मौजूदा नगरसेवक विनोद नढे और संतोष कोंकने को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रा के बाद विश्लेषकों का मानना है कि आगामी महानगरपालिका का चुनाव काफी रोचक होगा।