पुणे: डेक्कन और पेठ परिसर सहित शहर के भीड़भाड़ वाले भागों के सात सार्वजनिक जगहों पर पार्किंग (Parking) के लिए अगले तीन वर्षों के लिए शहर प्रशासन ने ऑपरेटर (Operator) निश्चित किया है। इनमें से कई में सुविधाओं की कीमत बढ़ाए जाने की शिकायत या करार समाप्त होने की वजह से बंद कर दिया गया। इससे वाहनधारकों को परेशानी हुई। यह पार्किंग पुणे रेलवे स्टेशन परिसर (Pune Railway Station Complex), गणेश पेठ, नारायण पेठ, शुक्रवार पेठ, एफ सी रोड और जे एम रोड (J M Road)में है।
पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) के अधिकारी ने बताया कि पार्किग के लॉट की क्षमता और रिस्पांस के आधार पर टेंडर फाइनल किया गया है। इन सुविधाओं से हर वर्ष 2.5 करोड़ रुपए कमाना संस्था का मकसद है। इसका वार्षिक किराया 1.8 लाख से 1.8 करोड़ रुपए होगा, जबकि नियमों का उल्लंघन करने पर दंड भी वसूला जाएगा।
टेंडर को मिला अच्छा रिस्पांस
पीएमसी के ट्रैफिक योजना विभाग के सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन सुविधाओं के टेंडर को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। यह सभी मूल कीमत से अधिक है। सर्वाधिक बोली लगाने वाले को कॉन्ट्रैक्ट दिए गए। नागरी संस्था के अधिकारी ने बताया कि पीएमसी ने पार्किंग लॉट का कॉन्ट्रैक्टर को छूट दिया है। इसका परिणाम यह हुआ कि मार्च-सितंबर 2020 की अवधि में 1.25 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कोविड के कारण सुविधा बंद होने के कारण किराया माफ किया गया था।
करार का उल्लंघन करने पर लगेगा जुर्माना
महानगरपालिका के आंकड़ों के अनुसार, सार्वजनिक पार्किंग में वाहन पार्किंग के लिए मानक दर फोर व्हीलर वाहनों के लिए प्रति घंटे 14 रुपए और बाइक के लिए 3 रुपए प्रति घंटे है। किराया नहीं देने के कारण प्रशासन ने कई सुविधाओं का करार रद्द कर दिया है। यह जानकारी महानगरपालिका के अधिकारी ने दी। पुणे महानगरपालिका और कॉन्ट्रैक्टर के करार के शर्तो के मुताबिक, ऑपरेटर ने नियम या करार की शर्तो का उल्लंघन किया तो पहले अपराध के लिए कुल मासिक राजस्व की आधी रकम पर फीस वसूल की जाएगी। दूसरी बार उल्लंघन करने पर कुल मासिक राजस्व वसूला जाएगा।