Seventh Pay Commission implemented for teachers, Municipal Commissioner approved

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    पुणे: कोविड महामारी (Covid Pandemic) के दौरान पुणे में पुणे महानगरपालिका प्रशासन द्वारा जम्बो कोविड सेंटर (Jumbo Covid Center) खोला गया था। इस सेंटर को चलाने के लिए लाइफलाइन कंपनी को दिए गए टेंडर प्रक्रिया की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुरू कर दी है। इस संबंध में ईडी ने पुणे महानगरपालिका से सभी संबंधित प्रक्रियाओं और अधिकारियों के बारे में जानकारी मांगी है। ईडी की इस मांग के बाद पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) में हड़कंप मच गया है। 

    कोरोना काल में सेंटर चलाने के लिए कई कंपनियों को ठेका दिया गया था। इस प्रक्रिया में पुणे महानगरपालिका (PMC) के कई आला अधिकारी शामिल थे। अब इस मामले में ईडी की जांच शुरू होने और अधिकारियों के संबंध में जानकारी मांगे जाने से पुणे महानगरपालिका प्रशासन के पसीने छूटने लगे है।

    किरीट सोमैया ने कंपनी पर लगाया था ये आरोप

    शिवाजीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान में कोविड मरीजों के इलाज के लिए जंबो कोविड सेंटर बनाया गया था। इस सेंटर को चलाने का जिम्मा लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विस कंपनी को दिया गया था। मुंबई महानगरपालिका द्वारा शुरू किए गए जंबो कोविड सेंटर के काम का ठेका भी इसी कंपनी के पास था। कुछ समय पहले बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि इस कंपनी को बिना किसी अनुभव के और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर काम दिया गया था। इस मामले के सामने आने के बाद अब ईडी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी हैं।

    ईडी ने टेंडर प्रक्रियाओं की जानकारी मांगी

    इस मामले में पिछले हफ्ते ईडी ने मुंबई महानगरपालिका के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल से पूछताछ की थी। उसके बाद अब ईडी ने अपना मोर्चा पुणे महानगरपालिका की तरफ मोड़ लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी ने पुणे महारनगरपालिका से जम्बो कोविड सेंटर चलाने के लिए जारी किए गए सभी टेंडर प्रक्रियाओं की जानकारी मांगी है। साथ ही लाइफलाइन कंपनी द्वारा जमा किए गए दस्तावेज, उन्हें दिए गए बिलों की राशि आदि की जानकारी भी मांगी है। हालांकि, पुणे महापालिका प्रशासन ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है। 

    पीएमसी के लिए खड़ी होगी मुसीबत

    फिलहाल पीएमसी इस तरह की जानकारी ईडी द्वारा मांगे जाने से इंकार कर रही है. लेकिन सूत्र बता रहे है कि महानगरपालिका ईडी की मांग के बाद उसे जानकारियां जुटाने में जुट गई है। ऐसे में अगर इसमें पीएमसी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो यह पीएमसी के लिए मुसीबत साबित हो सकती है। फिलहाल जांच चल रही है और नये तत्थों के सामने आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है, लेकिन जम्बो कोविड सेंटर के ठेके को पहले भी सवाल खड़े किए जा चुके है, लेकिन इस बार मामला ईडी के पास है, जिसे पीएमसी को गंभीरता से लेना होगा।