Pune Crime Used to steal and rob for drugs in Pune, two arrested

    Loading

    पुणे: गांजा और शराब की नशे की लत पुरी करने के लिए शहर में वाहन चोरों के साथ तेजधार हथियार से हमला कर लूटपाट करने वाले दो अपराधियों को बंडगार्डन पुलिस (Bundgarden Police) ने गिरफ्तार (Arrested) किया है। दोनों से पूछताछ में 10 मामलों का खुलासा कर 4 लाख रुपए का माल जब्त किया गया है। आरोपियों द्वारा पुणे (Pune) सहित ग्रामीण भागों में घटना को अंजाम देने की जानकारी सामने आई है। यह जानकारी डीसीपी सागर पाटिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इस मौके पर कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे। गिरफ्तार आरोपियों के नाम दिनेश हरका बहादुर विका (25) और ऋषिकेश उर्फ खंडू राजू विठूवोने (24, भोसरी) है।

    पुणे शहर में वाहन चोरी के साथ लूटपाट करने वाले शातिर बदमाशों ने जमकर उत्पात मचा रखा है। इसे देखते हुए बंडगार्डन पुलिस ने मध्यरात्रि में पुणे स्टेशन परिसर में गश्त लगा रही थी। इसी दौरान बीट मार्शल राजू धुलागडे को दो संदिग्ध नजर आए। टीम ने उनसे पूछताछ की। इसके बाद टीम के प्रमुख सहायक पुलिस इंस्पेक्टर राहुल पवार और उनकी टीम वहां पहुंची। पुलिस को देखकर दोनों बाइक छोड़कर भागे, लेकिन पुलिस ने पीछाकर दिनेश विका को पकड़ लिया। उससे पूछताछ करने पर वह इधर-उधर की बातें बताने लगा। इसलिए उसे कस्टडी में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। उसने चोरी की बात कबूल कर ली। उसने अपने साथी ऋषिकेश की भी जानकारी दी। इसके आधार पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। 

     9 वाहन और 4 मोबाइल जब्त 

    इन दोनों के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों से चुराए गए 9 वाहन और 4 मोबाइल जब्त कर लिया गया। दोनों ने चाकण में एक व्यक्ति के सिर पर कोयते ये हमला कर लूटा था। साथ ही पुणे आकर भी अपराध की घटना को अंजाम देते थे। यह कार्रवाई जोन-2 के डीसीपी सागर पाटिल के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस इंस्पेक्टर राहुल पवार, प्रताप गायकवाड, हरीष मोरे और उनकी टीम ने की।

    नकली चाबी से करते थे अपराध

    दिनेश विका पहले चायनीज बेचा करता था। यहां पर ऋषिकेश भी आता था। इसी दौरान दोनों की पहचान हुई। उसे गांजा और शराब पीने की लत थी। चायनीज की गाड़ी बंद करने के बाद वह जो काम मिलता था वह कर लेता था, लेकिन उसने कुछ महीने पहले से अपराध करना शुरू कर दिया था। दोनों नकली चाबी से पार्क की गई गाडि़यां चुनाते थे, जबकि मध्य रात्रि में नागरिकों को रोक कर उनका कीमती सामान छीन लेते थे।