पुणे: पुणे मेट्रो (Pune Metro) और पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) द्वारा संयुक्त रुप से महात्मा फुले मंडई (Mahatma Phule Mandai) क्षेत्र का कायाकल्प किया जाएगा। मंडई क्षेत्र के डेवलपमेंट की योजना बनाई गई है। मेट्रो स्टेशन (Metro Station) के कार्य से विस्थापित हुई दुकानों का मंडई के पास नए भवनों का निर्माण कर वहां पुनवर्सन किया जाएगा। नया भवन पुराने मंडई भवन के अनुरूप ही होगा। इसके अलावा नए भवन का बाहरी हिस्सा मंडई की वास्तुकला से मिलता-जुलता होगा। इसमें ओपन थियेटर, पैदल यात्री मेट्रो, पार्किंग, बाजार की नई इमारत आदि शामिल सुविधाएं शामिल होगी।
महात्मा फुले मंडई में मेट्रो अंडरग्राउंड स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। महात्मा फुले मंडई की ऐतिहासिक संरचना और उस क्षेत्र में विभिन्न सामानों के बाजार और दुकानों के कारण यह क्षेत्र बहुत भीड़भाड़ वाला है। कसबा पेठ, शुक्रवार पेठ और बुधवार पेठ में बड़ी संख्या में ऐतिहासिक इमारतें हैं। लाल महाल, शनिवार वाडा, नाना वाडा, विश्रामबाग वाडा, पुणे के ग्राम देवता कसबा गणपति और तांबडी जोगेश्वरी, दगडूशेठ हलवाई गणपति, त्रिशुंड गणपति, तुलसीबाग जैसे सभी स्थानों को जोड़ने औऱ हेरिटेज वॉक के माध्यम से सूचित करने के लिए पुणे महापालिका और पुणे मेट्रो ने योजना तैयार की है। इस संबंध में समझौते पर हाल ही में हस्ताक्षर किए गए।
ट्रैफिक सिस्टम में होगा बड़ा बदलाव
मंडई मेट्रो स्टेशन और बुधवार पेठ मेट्रो स्टेशन के कारण इस क्षेत्र में वाहतुक प्रणाली में बड़ा बदलाव होगा। इसके अनुसार बस स्टॉप, ई-रिक्शा, साइकिल, दुपहिया, तिपहिया, चौपहिया वाहनों की पार्किंग पर व्यापक विचार कर ट्रैफिक जाम को कम करने के उपाय किए जाएंगे। पैदल चलने वालों के लिए पैदल मार्ग और भूमिगत मार्ग की उचित योजना बनाई जाएगी।
विशेष बाधा मुक्त पैदल पथ होगा
इस योजना के तहत मंडई क्षेत्र में ओपन टेरेस एयर थिएटर बनाया जाएगा। यहां पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है। मेट्रो स्टेशन के कार्य से विस्थापित हुई दुकानों का मंडई के के पास नये भवनों का निर्माण कर पुनर्वास किया जाएगा। पैदल यात्रियों के लिए एक ‘विशेष बाधा मुक्त पैदल यात्री क्षेत्र’ बनाया जाएगा। इस क्षेत्र में दोपहिया, तिपहिया और चौपहिया वाहनों को अनुमति नहीं होगी।
प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे 11.68 करोड़ रुपए
महात्मा फुले मंडई क्षेत्र के विकास पर लगभग 11.68 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पुणे मेट्रो और पुणे महानगरपालिका संयुक्त रूप से इस पर खर्च करेगी। इस कार्य से मंडई क्षेत्र में यातायात व्यवस्था सुचारु होगी और भूमिगत फुटपाथ से बिना किसी बाधा के आना-जाना संभव हो सकेगा।