monkeypox
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    पुणे: मंकीपॉक्स (Monkeypox) को लेकर पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) भी अलर्ट (Alert) हो गई है। मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज मिलने पर उसके बारे में जानकारी प्राप्त करें, जिन देशों में मंकीपॉक्स के मरीज पाए गए हैं, उन देशों से यात्रा कर अपने देश में आने वाले यात्रियों पर ध्यान दे, ऐसे स्पष्ट निर्देश पुणे महानगरपालिका ने नायडू अस्पताल (Naidu Hospital) को दिए हैं।

    मंकीपॉक्स पशुओं से इंसान के शरीर में फैलने वाला एक वाइरस है। यह पशुओं से इंसानों में या इंसानों से फैल सकता है। त्वचा द्वारा या सांस के जरिए उसका प्रसार होता है। इसमें बुखार, शरीर पर मुहांसे या लिंफडोन पर सूजन आती है। मंकीपॉक्स के अब तक 11 देशों में 92 मरीज पाए गए हैं। मंकीपॉक्स मरीजों को लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं। अगर यात्री पिछले 21 दिनों में संक्रमित देशों में जाकर आया है और उसमें बुखार और शरीर पर मुहांसे आने के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। ऐसे मरीजों को क्वारंटाइन कर उसके नमूने एनआईवी में जांच के लिए भेजने की अपील की गई है। मनपा स्वास्य्थ अधिकारीयों के निर्देश प्राप्त होने के बाद सावधानी बरती जा रही है।

    सतर्क रहने के निर्देश

    संक्रामक बीमारियों का इलाज करने के लिए पुणे महानगरपालिका का नायडू हॉस्पिटल बनाया गया है। स्वाइन फ्लू से लेकर कोरोना महामारी तक के सभी मरीज सबसे पहले यहीं भर्ती किए गए हैं क्योंकि यहां क्वारंटाइन कक्ष भी मौजूद है। राज्य के संक्रामक बीमारी विभाग को राष्ट्रीय रोग निवारण केंद्र से निर्देश प्राप्त हुए हैं। इसके अनुसार राज्य सरकार ने सभी जिलों और महानगरपालिकाओं को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

    मंकीपॉक्स के मरीज मिलने पर उनका इलाज नायडू हॉस्पिटल में किया जाएगा। इसकी सुविधा हॉस्पिटल में उपलब्ध कराई गई है। मंकीपॉक्स के बारे में नायडू हॉस्पिटल को निर्देश दिए गए हैं।

    -डॉ. संजीव वावरे, सहायक संक्रामक बीमारी अधिकारी