पुणे: कोरोना काल (Corona Period) में लगातार छंटनी और तरह-तरह की बंदिशों के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। इस दौरान कई लोगों की नौकरियां (Jobs) चली गईं और कारोबार चौपट हो गया। इसी का नतीजा है कि आंकड़े बताते हैं कि कोरोना के बाद रजिस्टर्ड मैरिज (Registered Marriages) में बढ़ोतरी हुई है। चालू वर्ष में पुणे में 6,000 से अधिक पंजीकृत विवाह हुए हैं। विवाह पंजीयक के कार्यालय ने कहा कि अभी दिसंबर बाकी है और इस महीने पंजीकृत विवाहों की संख्या में और इजाफा होगा।
बहुत से लोग राशि और मुहूर्त देखकर शादी करने की प्रवृत्ति रखते हैं। साथ ही पंजीकृत विवाहों की संख्या भी बढ़ रही है। नई पीढ़ी अपनी सुविधानुसार विवाह पंजीकरण कार्यालय जाती है। इस कार्यालय में पंजीकृत विवाह विशेष विवाह अधिनियम के तहत संपन्न होते हैं। जाति या धर्म का कोई बंधन नहीं होता। विवाह के समय कोई जटिल प्रक्रिया न होने के कारण पंजीकृत विवाहों की संख्या बढ़ रही है।
अलग-अलग मैरिज रजिस्ट्रार की नियुक्ति
उधर, शहर और जिले में इस वर्ष अब तक छह हजार विवाह पंजीयन हो चुके हैं। विवाह पंजीकरण अधिकारी को नोटिस और सहायक दस्तावेज जमा करने के बाद 30 दिनों के भीतर कोई आपत्ति नहीं होने पर दूल्हा और दुल्हन तीन गवाहों की उपस्थिति में अधिकारियों के सामने शादी कर सकते हैं। उप पंजीयक कार्यालय में विवाह प्रमाण पत्र तत्काल जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। पुणे मैरिज रजिस्ट्रार एल.एम. संगवार के अनुसार, तीन जिलों मुंबई, मुंबई उपनगर और पुणे के लिए अलग-अलग मैरिज रजिस्ट्रार नियुक्त किए गए हैं।
पंजीकृत विवाहों का वर्ष और संख्या (पुणे शहर, जिला)
- 2019 – 4,896
- 2020 – 3,842
- 2021 – 5,206
- 2022 – 6,000