पुणे में रिक्शा चालक ने  2 लाख के आभूषण यात्री को लौटाए, ईमानदारी की हो रही प्रशंसा

    Loading

    पुणे: शहर में एक ओर जहां कुछ रिक्शा चालकों (Rickshaw Drivers) गंभीर अपराध में लिप्त होने के खुलासे हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक रिक्शा चालक ने यात्री दंपत्ति का दो लाख रुपए की कीमत के आभूषणों (Jewellery) से भरे बैग लौटाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इस समय उस रिक्शा चालक की ईमानदारी (Honesty) की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। उस ईमानदार रिक्शा चालक का नाम उमेर अब्दुल हमीद शेख (30) है। उमेर को पुष्पगुच्छ देकर पुलिस (Police) ने उनका सम्मान किया।

    हुआ यूं कि स्वारगेट पुलिस स्टेशन के सामने रिक्शा चालक उमेर यात्री ढूंढ रहे थे। उसी समय संगीता पाटिल नामक महिला और उनके पति बेटे के साथ रिक्शा में बैठे। उन्होंने चालक से हड़पसर चलने को कहा। उमेर ने उन्हें रवि दर्शन के पास छोड़ा, लेकिन पाटिल दंपत्ति रिक्शा से उतरते हुए अपना बैग भूल कर वहां से निकल गए। 

    यात्रा के दौरान रिक्शा में भूल गए बैग

    उमेर भी वहां से रिक्शा लेकर निकल गए, लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद उनकी नजर रिक्शा में छूटे बैग पर पड़ी। जिसके बाद उन्होंने यात्री पाटिल दंपत्ति को ढूंढना शुरू किया। लेकिन वे नहीं मिले। इसलिए उन्होंने बैग घर पर रख दिया। इसी दौरान पाटिल दंपत्ति सोलापुर से शादी समारोह से होकर वापस आये और स्वारगेट पुलिस स्टेशन में जाकर बैग गायब होने की जानकारी दी।

    पुलिस ने दिया पुष्पगुच्छ

    जांच के दौरान पुलिस को उमेर के रिक्शा के बारे में जानकारी मिली। संपर्क होने के बाद उमेर ने पुलिस से बताया कि यात्री की तलाश उन्होंने की, वे नहीं मिले, इसलिए बैग को उमेर ने अपने घर पर रखा। उसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत के पुणे शहराध्यक्ष शफीक पटेल, उपाध्यक्ष अरशद अंसारी और अन्य के साथ बैग लेकर स्वारगेट पुलिस स्टेशन आए। पुलिस और रिक्शा चालक ने पाटिल दंपत्ति को आभूषण और कपड़ों से भरे बैग वापस किया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक इंदलकर और पाटिल दंपत्ति ने उमेर शेख की प्रशंसा कर उन्हें पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिवादन किया।