corona vaccine
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    पुणे. कोरोना (Corona) की रोकथाम करनेवाली वैक्सीन (Vaccine) की दो डोज (Both Dose) लेने के बाद अब कोई चिंता की बात नहीं है, यह सोचना बिल्कुल गलत है। पुणे जिले (Pune District) में दोनों डोज ले चुके 0.25 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित (Infected) हुए हैं। इसके विपरीत, सिंगल डोज लेने के बाद संक्रमण का रेट कम है। इसलिए मास्क, सामाजिक दूरी और बार-बार हाथ धोने के तीन सूत्रों का सख्ती से पालन करें, तभी आप खुद को और अपने संपर्क में आने वालों को कोरोना से सुरक्षित रख सकते हैं।

    पुणे ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर की भयावहता का अनुभव किया है। तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है। इसे रोकने के लिए अभी हमारे पास टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। कोरोना मामलों की घटती संख्या के साथ, सब कुछ पहले की तरह शुरू हो चुका है। दशहरा और दिवाली जैसे त्योहार आने वाले हैं। उसी में स्कूल और कॉलेज भी शुरू किए गए हैं। इस पृष्ठभूमि पर प्रशासन ने बार-बार एहतियाती कदम उठाने का आह्वान किया है।

      की जा रही है टीकाकरण करवाने की अपील

    महामारी से बचने के लिए टीकाकरण करवाने की अपील की जा रही है। टीकाकरण मुहिम इसे अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है। पिछले दो महीनों में टीकाकरण की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। हालांकि टीकाकरण की दो खुराक के बाद आंकड़े बताते हैं कि नागरिकों में लापरवाही बढ़ रही है। पुणे जिले में नो मास्क, नो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते लोग आसानी से दिख रहे हैं। इसलिए जन स्वास्थ्य के क्षेत्र के विशेषज्ञ यह राय व्यक्त कर रहे हैं कि कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक बना हुआ है। टीकाकरण की दोनों डोज लेने के बाद कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों की संख्या कम है। साथ ही वे दूसरों के लिए भी खतरा पैदा करते हैं क्योंकि इनके संपर्क में आने वाले लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए दोनों डोज लेने के बाद भी मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और बार-बार हाथ धोने की अपील प्रशासन की ओर से की जा रही है।