
एनसीपी (NCP) नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने महागठबंधन के साथ जाने का फैसला किया। इसके परिणामस्वरूप दो समूह बन गए, अजित पवार समूह और शरद पवार समूह। एनसीपी के मौजूदा शहर अध्यक्ष अजित गव्हाणे ने अजित पवार के साथ रहने का फैसला किया। हालांकि, विद्यार्थी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील गव्हाणे, प्रदेश युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रविकांत वर्पे, युवा प्रकोष्ठ के शहर अध्यक्ष इमरान शेख ने शरद पवार के साथ काम करने का फैसला किया। 2 जुलाई 2023 को NCP में फूट पड़ गई थी। तब से शरद पवार (Sharad Pawar) समूह को पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) में कोई अध्यक्ष नहीं मिला है।
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का शहर में बड़ा जनसंपर्क है। उन्होंने कई बार शहर का दौरा किया। कार्यकर्ताओं का एक नेटवर्क बनाय। दिलचस्प बात यह है कि पिंपरी, चिंचवड़ और भोसरी तीनों विधानसभा क्षेत्रों में जयंत पटल का सीधा संपर्क है। लेकिन उन्हें अभी तक पार्टी के लिए नगर अध्यक्ष नियुक्त करने का समय नहीं
मिला है। शहर के विकास में योगदान दें लेकिन…
पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम की स्थापना 1982 में हुई थी। इससे पहले सांसद अन्नासाहेब ने शहर की नींव रखी। यह क्षेत्र हवेली निर्वाचन क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। इसके उपरांत प्रो. रामकृष्ण मोरे, अजित पवार, पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर लांडगे, सोपानराव फुगे, मोतीराव पवार, अशोक तपकिर, विलास लांडे, नानासाहेब शितोले, तात्या कदम, अशोक कदम, योगेश बहल जैसे कई नेताओं की पार्टी पवार के नेतृत्व में बनी। एनसीपी ने उस समय सुरेश कलमाड़ी, हर्षवर्द्धन पाटिल और पंतगाराव कदम जैसे कांग्रेस के दिग्गजों से पिंपरी-चिंचवड़ का प्रशासन अपने हाथ में ले लिया था। 1999 के बाद एनसीपी के गठन के बाद शहर में अजित पवार का दबदबा था। लेकिन शरद पवार की बात ही अंतिम मानी गई। दूसरी ओर शरद पवार ने चाकन एमआईडीसी, पिंपरी-चिंचवड़ एमआईडीसी, हिंजेवाड़ी आयटी, संत तुकाराम शुगर फैक्ट्री, कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना में योगदान दिया है। इसके अलावा शरद पवार शहर के वास्तुकार हैं, जिसके कारण पिंपरी-चिंचवड़ को औद्योगिक शहर, ऑटो हब का नाम मिला। शहर के कुछ नेताओं के घरों में आज भी शरद पवार की तस्वीर की पूजा की जाती है। इसके बावजूद शरद पवार को शहर के लिए अध्यक्ष नहीं मिल रहा यह बात समझ से परे है।
जल्द ही अध्यक्ष का चुनाव होगा: माधव पाटिल
इस बीच, शहर में शरद पवार का समर्थन करने वाले नए लोगों ने हाल ही में मुंबई में उनसे मुलाकात की। बताया जा रहा है कि शहर अध्यक्ष पद के लिए शरद पवार गुट की चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। उसके लिए तीन प्रमुख चेहरे चर्चा में हैं। इसमें पूर्व विधायक विलास लांडे, श्रमिक नेता अरुण बोरहाड़े और काशीनाथ जगताप का नाम लिया जा रहा है। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता माधव पाटिल ने शरद पवार से मुलाकात की और शहर की राजनीतिक स्थिति के बारे में बताया और मांग की, कि उन्हें जल्द से जल्द अध्यक्ष दिया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से भी मुलाकात की। जयंत पाटिल ने आदेश दिया कि पिंपरी-चिंचवड़ पिता संस्था अपना काम जारी रखे और नए कार्यकर्ताओं को जोड़े और उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी दे। माधव पाटिल ने दावा किया है कि जयंत पाटिल ने कहा है कि शहर को जल्द ही अध्यक्ष दिया जाएगा।