
पुणे. पश्चिम महाराष्ट्र (West Maharashtra) के 22 लाख 46 हजार गैर कृषि बिजली ग्राहकों के करीब 2 हजार 503 करोड़ 17 लाख रुपयों की रकम बकाया है। इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ महावितरण (Mahavitaran) ने जमकर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अंतर्गत अब तक 1 लाख 3 हजार बकायेदारों की बिजली काटी (Power Cut) गई है।
इस समय पश्चिम महाराष्ट्र में घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक, स्ट्रीटलाइट, सार्वजनिक जलापूर्ति, बाकी गैर कृषि श्रेणी के 22 लाख 45 हजार 900 ग्राहकों के ढाई करोड़ से अधिक की रकम बकाया है। इसमें पुणे जिले के 10 लाख 36 हजार 600 ग्राहकों की ओर एक हजार 45 करोड़, सातारा जिले के 2 लाख 22 हजार 600 ग्राहकों की ओर 262 करोड़, सोलापुर जिले के 3 लाख 36 हजार 900 ग्राहकों की ओर 665 करोड़, सांगली जिले के 2 लाख 76 हजार 950 ग्राहकों की ओर 226 करोड़ और कोल्हापुर जिले में 3 लाख 72 हजार 760 ग्राहकों के 305 करोड़ रुपयों की रकम बकाया है।
कनेक्शन काटने की मुहिम तेज
बार-बार नोटिस और अनुरोध करने के बाद भी बिलों का भुगतान न होने के चलते महावितरण की आर्थिक हालत नाजुक हो चुकी है। अब कोई विकल्प सामने ना होने के चलते अब महावितरण की ओर से बकायेदारों की बिजली काटने की जमकर कार्रवाई की जा रही है। अब तक हुई कार्रवाई में पुणे जिले के 60 हजार 260 ग्राहकों की बिजली खंडित की गई हैं। इसके अलावा सातारा जिले के 4 हजार 790, सोलापुर जिले के 9 हजार 631, कोल्हापुर जिले के 19 हजार 528 और सांगली जिले के 9 हजार 313 बकायेदारों की बिजली काटी गई है।
दोषियों पर हो रही कानूनी कार्रवाई
बिजली आपूर्ति खंडित करने के बाद कई लोग दूसरों या पड़ोसियों के घरों से बिजली लेने की खबरें मिलने के चलते अब महावितरण की ओर से जिन घरों की बिजली काटी गई है, उन घरों का रात को मुआयना किया जा रहा है। बिजली देने वाले और लेने वाले ऐसे दोनों ही दोषियों पर विद्युत कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। बकायेदारों को अपने बकाया बिलों की रकम भरने के लिए सहुलियत हों, इसके लिए महावितरण के बिजली बिल भुगतान केंद्रों को अब शनिवार, रविवार को भी खुले रहेंगे, ऐसी जानकारी महावितरण की ओर से दी गई है।