पिंपरी-चिंचवड में ठाकरे गुट को झटका, शिंदे गुट में शामिल हुए मजदूर नेता इरफान सैयद

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    पिंपरी : पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) (Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackeray) पार्टी (Party) को जोरदार झटका (Shock) लगा है। शिवसेना के मजदूर नेता इरफान सैयद (Labor Leader Irfan Syed) अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ ‘बालासाहेब की शिवसेना’ पार्टी (‘Balasaheb’s Shiv Sena’ Party) में शामिल हो गए हैं। यह प्रवेश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में ठाणे में टेंभीनाका स्थित पार्टी कार्यालय संपन्न हुआ। इस मौके पर बालासाहेब की शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे, शिरूर के पूर्व सांसद, वरिष्ठ नेता शिवाजी अधा राव-पाटील आदि मौजूद थे। 

    मजदूर नेता इरफान सैयद के साथ प्रवीण जाधव, नागेश वनमटे, परेश मोरे समेत महाराष्ट्र मजदूर संगठन और माथाड़ी संगठन के तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता और समर्थक बालासाहेब की शिवसेना (शिंदे ग्रुप) में शामिल हो गए हैं। मजदूर नेता इरफान सैयद को पिंपरी-चिंचवड में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के वफादार के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अखिल भारतीय कामगार सेना के साथ अन्नासाहेब पाटिल माथाड़ी मंडल के माध्यम से मजदूर के क्षेत्र में काफी काम किया है। इसके साथ ही साद सोशल फाउंडेशन और महाराष्ट्र मजदूर संगठन के माध्यम से सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों को क्रियान्वित कर नेत्रहीनों, विकलांगों और श्रमिकों की मदद कर रहे हैं। इरफान सैयद के शिंदे समूह में प्रवेश के साथ, पिंपरी-चिंचवड में ठाकरे समूह को बहुत नुकसान हुआ है। खासकर भोसरी, चाकन, तलेगांव, शिरूर, रांजनगांव के क्षेत्रों में उनका अच्छा प्रभाव है। इससे पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका सहित आने वाले चुनावों में बालासाहेब की शिवसेना को निश्चित तौर पर फायदा होगा।

    जनता ही देगी गद्दारों को उचित जवाब: अहीर

    इस बीच शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की मावल तालुका इकाई के मुख्य पदाधिकारियों की बैठक हुई। शिवसेना मावल तालुका के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का अभिनंदन और शिवसेना सदस्य पंजीकरण अभियान का शुभारंभ शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे जिला संपर्क प्रमुख सचिन अहीर की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए अहीर ने कहा, शिवसैनिक जानते हैं कि असली शिवसेना कौन है, ठाकरे परिवार और नाम ठाकरे को शिवसेना से अलग नहीं किया जा सकता है, जैसे भगवा को शिवसेना से अलग नहीं किया जा सकता है। अहीर ने विश्वास जताया कि शिवसैनिकों के साथ-साथ जनता भी अच्छी तरह जानती है कि असली शिवसेना क्या है और सही समय पर जनता गद्दारों को उचित जवाब देगी।