जगमगाएगा सायन-पनवेल हाइवे, पनवेल महानगरपालिका करेगी लाइटिंग का काम

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    नवी मुंबई: मौजूदा समय में के राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसकी वजह से वह सायन-पनवेल हाइवे (Sion-Panvel Highway) के किनारे पर लगी स्ट्रीट लाइटों (Street Lights) की देखभाल और मरम्मत करने में असमर्थ है। अपनी इसी परेशानी को दूर करने के लिए उसने अब पनवेल महानगरपालिका को उक्त जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया को पूरी की है, जिसके तहत अब पनवेल महानगरपालिका (Panvel Municipal Corporation) द्वारा इस हाइवे ( Highway) पर जल्द की लाइटिंग का काम शुरू किया जाएगा। महानगरपालिका के इस काम से एक बार फिर से सायन-पनवेल हाइवे जगमगाने वाला है।

    गौरतलब है कि मुंबई-पुणे और मुंबई-गोवा के बीच आवागमन करने वाली अधिकांश वाहन सायन-पनवेल हाइवे से गुजरती हैं। जिसकी वजह से यह हाइवे अति व्यस्त रहता है। विगत कुछ माह से इस हाइवे के किनारे पर लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइट बंद हैं, जिसकी वजह से इस हाइवे पर अंधेरा होने से छोटे-बड़े सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हो गया है। जिसे रोकने के लिए इस हाइवे की बंद स्ट्रीट लाइट को फिर से शुरू करने के लिए राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और पनवेल महानगरपालिका के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।

    अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण किया 

    राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग के पास धन की कमी है, जिसकी वजह से वह सायन-पनवेल हाइवे के किनारे लगी स्ट्रीट लाइट के साथ-साथ सिग्नल सिस्टम का रखरखाव करने में असमर्थ है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सायन-पनवेल हाइवे पर पनवेल महानगरपालिका स्थानीय स्वराज्य निकाय के रूप में स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और मरम्मत का काम देखे, ऐसा आदेश शासन द्वारा जारी किया गया था। जिस पर अमल करने के लिए राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग और पनवेल महानगरपालिका के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण किया है।

    राज्य सार्वजनिक निर्माण विभाग ने दिया था पत्र

    सायन-पनवेल हाइवे का वाशी से बेलापुर तक का हिस्सा नवी मुंबई महानगरपालिका और खारघर से कलंबोली सर्कल तक का हिस्सा पनवेल महानगरपालिका के क्षेत्र में है। इन दोनों महानगरपालिकाओं को राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पत्र लिखकर सायन-पनवेल हाइवे की स्ट्रीट लाइट को स्थानांतरित करने की तैयारी दिखाई थी। इस मामले में नवी मुंबई महानगरपालिका से राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग को सकारात्मक जबाब दिया था, लेकिन पनवेल महानगरपालिका द्वारा इस संबंध में पीडब्ल्यू के पत्र का जवाब नहीं दिया, क्योंकि पनवेल महानगरपालिका की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी।

    महानगरपालिका की महासभा में प्रस्ताव हुआ मंजूर

    गौरतलब है कि उक्त मामले को लेकर पनवेल महानगरपालिका द्वारा प्रस्ताव तैयार कर के महानगरपालिका की महासभा की पटल पर रखा गया, जिसे आखिरकार मंजूरी मिली है। महासभा की इस मंजूरी के बाद पनवेल महानगरपालिका और राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने खारघर स्थित भारती विद्यापीठ से लेकर कलंबोली जंक्शन के बीच हाइवे पर लगे स्ट्रीट लाइटों का निरीक्षण कर के प्रस्ताव तैयार किया। जिसके तहत सायन-पनवेल हाइवे को पनवेल महानगरपालिका को ट्रांसफर किया जाएगा। जिसके बाद पनवेल महानगरपालिका द्वारा इस हाइवे पर बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट के स्थान पर नई स्ट्रीट लाइट लगा दी जाएंगी।

    सायन-पनवेल हाइवे पर स्ट्रीट लाइट का सर्वे कर लिया गया है और आगे की प्रक्रिया पनवेल महानगरपालिका के आयुक्त के मार्गदर्शन में पूरी की जाएगी।

    -संजय जगताप, शहर अभियंता, पनवेल महानगरपालिका

    सायन- पनवेल हाइवे की स्ट्रीट लाइटों की देखभाल और मरम्मत का काम सौंपने के लिए पनवेल महानगरपालिका से लगातार पत्र व्यवहार किया जा रहा था। हाल ही में इस पर लगी लाइटों का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया था। अब पनवेल महानगरपालिका की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही अगली प्रक्रिया को पूरा कर स्ट्रीट लाइटिंग शुरू कर दी जाए।

    -ओमप्रकाश परदेशी, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी